गोंडा: यूपी में इन दिनों चारों तरफ कैसरगंज लोकसभा सीट की चर्चा है। काफी कयासों और अटकलों के बीच आखिरकार भाजपा ने यहां से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट ही दिया। बृजभूषण शरण सिंह की जगह पर अब भाजपा ने उनके छोटे पुत्र करण भूषण को टिकट दिया है। पहले से ही माना जा रहा था कि महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण सिंह का टिकट भाजपा काट सकती है। आखिरकार हुआ भी वही। हालांकि, अब कैसरगंज सीट को लेकर संशय की स्थिति तो खत्म हो गई है। लेकिन, सवाल उठ रहे हैं कि क्या बृजभूषण सिंह अपने पुत्र को टिकट देने से भाजपा से खुश हैं या नहीं?
यह उन्होंने स्वयं स्पष्ट किया है। क्योंकि टिकट कटने के बाद लोगों को इंतजार था, कि बृजभूषण सिंह की प्रतिक्रिया क्या होगी। मीडिया से बात करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, ‘मैं पार्टी से ऊपर नहीं हूं। 1989 से मैं BJP से जुड़ा हूं। एक बार मैंने स्वयं पार्टी छोड़ी थी और सपा से चुनाव लड़ा था। पार्टी हमसे बड़ी है, पार्टी जो भी निर्णय लेती हैं, वह सोच समझकर लेती है। हम लोग पार्टी के फैसले से खुश हैं, साथ ही हमारे क्षेत्र की जनता भी प्रसन्न हैं। पार्टी के निर्णय से प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि निर्णय आ गया है। सारी बातें समाप्त हो गईं हैं। संगठन ने जो कदम उठाया, हम उसका स्वागत हैं।
वहीं, कैसरगंज सीट से नामांकन से पहले बृजभूषण सिंह के आवास पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक पहुंच गए। जिस पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि गोंडा व आसपास के जिले, बस्ती, अयोघ्या, वाराणसी, गोरखपुर सहित कई जिलों से हमारे समर्थक आए हैं। हम लोग यहां से निकल कर गोंडा नामांकन करने जाएंगे। वहीं, जब उन से पूछा गया कि पुत्र करण भूषण सिंह को टिकट मिलन के आप की भूमिका क्या होगी, इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि ‘पिता होने के नाते सक्रियता की जिम्मेदारी तो बनती है। अब खेल जनता के हाथ में है।