Jaunpur News- बरेली जेल से रिहा होने के बाद बाहुबली नेता पूर्व सांसद धनंजय सिंह नीम करोली बाबा का दर्शन करने के करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वो जनता के मुद्दों को सड़क से सदन तक उठाता रहूंगा, इसके लिए मुझे चाहे कुछ भी सहना पड़े।
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बताते चलें कि बाहुबली नेता व पूर्व सांसद धनंजय सिहं 1 मई को बरेली जेल से रिहा हुए थे। इसके बाद वो जौनपुर के लिए रवाना हुए थे। गुरुवार को उन्होंने नीम करोली बाबा के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि मुझे एक फ़र्ज़ी केस में फंसाकर जेल भेजा गया। 2020 में नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत जौनपुर में चल रहे कार्य में घोटाले को मैंने उजागर किया। यह मामला विधान परिषद में भी उठा हुआ था। सत्य को उजागर करने में मुझे फ़र्ज़ी केस में फंसाया गया। जिस तरीके से चुनाव के समय मेरे खिलाफ घेराबंदी की गई थी। मुझे चुनाव से रोकने के लिए ताकि मैं चुनाव न लड़ पाऊं।
उन्होंने कहा कि बसपा ने मेरी पत्नी को यहां से प्रत्याशी बनाया है। इस संघर्ष के दौर में हर वर्ग के लोगों ने मेरा साथ दिया है। हमारे विपक्षियों को लगता है हमारे बाहर रहने से उनको खतरा है। आए दिन फ़र्ज़ी मुकदमे लादे जा रहे हैं। 2002-03 में जब मैं विधायक था, तब एक महीने में ही मेरे ऊपर 10-12 मुकदमें दर्ज हुए थे। जनता के मुद्दे को बेबाकी से सड़क से सदन तक उठाता रहूंगा। इसके लिए मुझे चाहे कुछ भी सहना पड़े।
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बाबू सिंह कुशवाहा पर तंज कसते हुए कहा कि उसका तो जनता से जुड़ाव ही नहीं है। वह विधान परिषद के सदस्य रहे फिर सीधे मंत्री बन गए और दूसरे जो मुंबई से आए हुए हैं, वह केवल शहर की दो तीन किलोमीटर की राजनीति किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि हाथी का अपना आधार है और जिले की 25 सालों की राजनीति में हाथी से ज्यादा हमारा अपना आधार है। जितना ज्यादा हाथी को हमसे है, उससे ज्यादा हाथी को हमारे समर्थकों से फायदा है। दोनों विपक्षी दल के पार्टी नाम पर जितना लड़ पाएंगें, उतना लड़ पाएंगे उनका कोई अपना आधार नहीं है। विधायक अभय सिंह के आरोपों पर उन्होंने कहा कि माफियाओं के बारे में मुझसे बात मत करें। उनके बारे में बात करना हो मेरे पास बैठ जाइए, उनका पूरा चिठ्ठा मैं दे दूंगा।