Bulandshahar News- बुलंदशहर की बीसा कॉलोनी में रहने वाले बुजुर्ग दंपत्ति ने रविवार की देर रात एक-दूसरे का हाथ पकड़ एक साथ आत्महत्या कर ली। बुजुर्ग दंपत्ति अपने दोनों बेटों के द्वारा बुलंदशहर का मकान बेचने से नाराज थे। पुलिस ने इस मामले में एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें लिखा है कि उनका बेटा सुशील, बहु और पोता उनके साथ मारपीट करते थे और उन्हें गंदी-गंदी गाली दी जाती थी। पुलिस का कहना है ट्रेन के आगे कूद कर दोनों ने आत्महत्या कर ली है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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मामला बुलंदशहर में पुलिस कोतवाली देहात क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले काहिरा गांव का है। इस गांव में रोडवेज के सेनानिवृत 70 वर्षीय बिसन शर्मा अपनी 65 वर्षीय पत्नी हरवती के साथ ही रहते थे। उनका बेटा सुशील शर्मा शहर की बीसा कॉलोनी में पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक साल पहले सांड़ ने टक्कर मार दी थी, जिससे बिसन शर्मा का कूल्हा टूट गया था। इसके बाद सुशील माता-पिता को बुलंदशहर अपने घर ले आया था। कुछ दिन पहले की बात है जब बेटे सुशील ने बीसा कॉलोनी वाला मकान बेचकर गाजियाबाद में दूसरा मकान खरीद लिया। सुशील अपने परिवार और माता-पिता को भी गाजियाबाद ले जाना चाहता था, लेकिन माता-पिता गाजियाबाद जाने को तैयार नहीं थे। इसी को लेकर माता-पिता और बेटे के बीच कई दिन से विवाद चल रहा था।
पुलिस के मुताबिक मकान पर कुछ सामान रखने के लिए सुशील पत्नी के साथ गाजियाबाद चला गया। बेटे के जाने के बाद बिसन शर्मा अपनी पत्नी हरवती को लेकर ई-रिक्शा से मऊखेड़ा डीएफसीसी स्टेशन पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों कहना है कि यहां दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर आत्महत्या कर ली। जीआरपी की तलाशी के दौरान बिसन शर्मा की शर्ट की जेब से सुसाइड नोट मिला। जीआरपी थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि सुसाइड नोट में दंपत्ति ने बेटे पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा है कि बेटा सुशील शर्मा, बहू अनीता और पोता-बीती 18 मार्च को हम दोनों को मारने के लिए दौड़े। हमें गंदी-गंदी गालियां दीं। पूर्व में बेटे सुशील शर्मा को दिए गए 31 लाख 60 हजार रुपए व सोने की चीजें मांगी तो देने से मना कर दिया और अपने घर से भाग जाने के लिए कहा। इससे हम जान दे रहे हैं।
थाना प्रभारी ने बताया कि दंपत्ति ने बेटे, बहू और पोते के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा है कि बैंक में जमा धनराशि छोटे भाई शंभू व मेरी बहन बिशनदेई को दे दी जाए। अगर ये न लें तो पुलिस रक्षा कोष में जमा कर दी जाए। वहीं सुशील ने बातचीत में आरोप से इंकार किया है। फिरहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।