Agra News- फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार उर्फ फौजी बाबा पर आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि कांग्रेस के संकल्प-पत्र के विमोचन के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी ने रुपए बांटने की बात कही थी और ये भी कहा था कि आगे भी ऐसे ही रुपए बांटते रहूंगा। पुलिस ने फौजी की वर्दी पहन कर बयान देने के चलते कार्रवाई की है। इस मामले में कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिरकवार का आरोप है कि सत्ताधारी दल की शह पर पुलिस ने ये कार्रवाई की है।
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बता दें कि आगरा के एक होटल में 10 अप्रैल को कांग्रेस ने संकल्प-पत्र का विमोचन किया था। लोकसभा चुनाव को लेकर संकल्प-पत्र के विमोचन कार्यक्रम में कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार उर्फ फौजी की वर्दी पहने कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहीं रामनाथ सिकरवार ने बयान दिया था कि उनके ऊपर दर्जनों मुकदमे जान-बूझकर दर्ज किए जा चुके हैं।
जब उनसे आचार-संहिता उल्लंघन और नोट बांटने का वीडियो वायरल होने पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा था कि उस समय वे प्रत्याशी घोषित नहीं हुए थे। अपनी पेंशन के रुपए वो किसी को भी दे सकते हैं। आगे भी वे ऐसे ही रुपए बांटते रहेंगे। कोई उन्हें रोक नहीं पाएगा। उनका ये बयान वायरल हुआ तो खूब चर्चा हुई थी। पुलिस कमिश्नरेट की उत्तर विधान सभा निर्वाचन फ्लाइंग स्क्वाड के एएसआई दारोगा देवेंद्र सिंह की शिकायत पर थाना हरीपर्वत पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में आचार-संहिता का उल्लंघन के साथ लोक सेवक की पोशाक पहन कर धोखाधड़ी करने की धारा भी लगाई गई है।
इस बारे में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अमित सिंह का कहना है कि भारत में लेन-देन रुपए से ही होता है। हर खर्च का ब्योरा चुनाव आयोग को दिया जा रहा है। रामनाथ सिरकवार अपना रुपया किसी को भी देने के लिए संविधान के तहत अधिकृत हैं। रामनाथ एक फौजी हैं। फौजी कभी रिटायर नहीं होता है। वर्दी देश के लिए खून पसीना बहाने पर मिलती है। देश में एक फौजी के ऊपर वर्दी पहनने पर मुकदमा दर्ज करना बहुत ही शर्मनाक है।