लखनऊ: यूपी सहित देश भर में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी देखी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान के बाद इन दिनों देश भर में चुनावी मुद्दा ही ‘मंगलसूत्र’ बन गया है। कुछ दिनों पहले सपा सांसद डिंपल यादव ने पीएम मोदी का नाम लेकर ‘मंगलसूत्र’ वाले बयान पर निशाना साधा था। जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इटावा में एक जनसभा के दौरान उनके बयान पर पलटवार किया।
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सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की एक नेत्री ने बयान देकर पीएम मोदी से पूछा है कि पुलवामा में जान गंवाने वाले जवानों की विधवाओं के ‘मंगलसूत्र’ का क्या हुआ। बिना किसी का नाम लिए सीएम योगी ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी की नेता से पूछना है कि उन राम भक्तों की विधवाओं और उनके ‘मंगलसूत्र’ का क्या हुआ, जिनका खून समाजवादी पार्टी ने अयोध्या में बहाया था।’
सीएम योगी ने आगे कांग्रेस पार्टी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक में क्या किया है, उन्होंने ओबीसी कोटा में मुसलमानों को 32% आरक्षण दिया है। जब सपा और बसपा कांग्रेस का समर्थन कर रही थी। यूपीए सरकार के नेतृत्व में, उन्होंने न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रा समिति का गठन किया। उस समिति ने सिफारिश की कि मुसलमानों को पिछड़े और अनुसूचित जनजातियों में शामिल किया जाए। पिछड़े और अनुसूचित जनजातियों के आरक्षण में कटौती की जाए और मुसलमानों को आरक्षण का लाभ दिया जाए। सीएम योगी ने आगे कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी आएगी तो देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलनामों के होने की वकालत करेगी। अब बताइए हिंदू कहां जाएंगे।
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