पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में सीबीआई की टीम ने राज्य के कई इलाकों में शुक्रवार को छापेमारी की कार्रवाई की। इस दौरान भारी मात्रा में गोला-बारुद और हथियार बरामद किए गए।
इससे पहले संदेशखाली मामले में सीबीआई ने पहली एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई ने ईमेल के जरिए शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की थी। इस एफआईआर में पांच लोग नामजद थे, जबकि बाकी अज्ञात लोग थे। पश्चिम बंगाल के राशन वितरण में करीब 10 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार मामले में जब 5 जनवरी को ईडी की टीम शाहजहां शेख के यहां छापा मारने गई तो वहां ईडी के अधिकारियों पर हमला कर दिया गया। करीब 200 से ज्यादा लोगों ने अधिकारियों और उनके साथ चल रहे अर्धसैनिक बलों के वाहनों को घेर लिया था। लोगों की भीड़ ने अधिकारियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की थी। इस घटना में ईडी के तीन अधिकारी राजकुमार राम, सोमनाथ दत्त और अंकुर गुप्ता घायल हो गए थे।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि बीती 5 जनवरी को राशन घोटाला मामले में जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के यहां छापा मारने गई थी, तब ED की टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। इस घटना में कई अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद से आरोपी शाहजहां शेख फरार चल रहा था। इधर,, संदेशखाली में महिलाओं के यौन शोषण और जमीन पर कब्जा जमाने के मामले का खुलासा हुआ, तो पुलिस ने आरोपी शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, गांव की महिलाओं ने आरोप लगाए थे, कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया है। इसके अलावा कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। कुछ समय पहले संदेशखाली की 5 महिलाओं समेत हिंसा के शिकार 11 पीड़ितों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की थी।