Lucknow News- उत्तर प्रदेश में पहले चरण की 8 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान हो चुका है, अब दूसरे चरण की 8 सीटों पर मतदान किया जा रहा है। आज शुक्रवार की शाम के 6 बजते ही सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में इस बार भाजपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी मैदान में हैं, तो वहीं उनको टक्कर देने के लिए कांग्रेस-सपा ने अपना गठबंधन प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। ऐसे में अलग तरह के समीकरण देखने को मिल रहे हैं। बता दें कि बहुजन समाज पार्टी ने पिछला लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ लड़ा था। आईए जानते हैं इन लोकसभा सीटों पर अपनी किस्मत आजमाने वाले उम्मीदवारों के बारे में…
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2019 के लोकसभा चुनाव में 8 में से 7 सीटों पर खिला था कमल
उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण की 8 लोकसभा सीटें जिनमें अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा पर मतदान शुरु हो चुका है। बात अगर 2019 लोकसभा चुनाव की करें तो इन 7 में से 7 सीटों पर भाजपा ने परचम फहराया था। मात्र एक अमरोहा सीट पर ही भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर बसपा ने जीत हासिल की थी।
बागपत सीट लोकसभा- बताते चलें कि इन 8 लोकसभा सीटों में सबसे चर्चित सीट बागपत है। पश्चिमी यूपी की ये जाटलैंड सीट काफी महत्वपूर्ण है। यहां की जनता काफी समय से जाट समाज से ही सांसद चुनती आ रही है। दो बार से भाजपा यहां से जीत दर्ज कर रही है। इस बार भाजपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी इस सीट से चुनाव लड़ रहा है। रालोद ने पार्टी के वफादार नेता डॉक्टर राजकुमार सांगवान को मैदान में उतारा है। ये सीट पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की विरासत भी कही जाती है, लेकिन 2014 में यहां से भाजपा के सत्यपाल सिंह ने जीत हासिल की थी। उसके बाद 2019 में फिर भाजपा के ही सत्यपाल सिंह विजयी हुए थे। वहीं समाजवादी पार्टी ने यहां से पहले मनोज चौधरी को प्रत्याशी बनाया, लेकिन उसके बाद पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने प्रवीण बंसल पर भरोसा जताया है। फिलहाल बागपत सीट रालोद की साख से जुड़ी है।
मथुरा लोकसभा सीट- मथुरा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने अपनी दो बार की सांसद हेमा मालिनी पर एक बार फिर भरोसा जताया है। बता दें कि पिछली बार 2 लाख 93 हजार वोटों से हेमा मालिनी ने जीत हासिल की थी। इससे पहले उन्होंने रालोद नेता जयंत चौधरी को हराया था। वहीं तीसरी बार हेमा मालिनी भाजपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी हैं। राष्ट्र लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी, सीएम योगी खुद हेमा मालिनी के लिए वोट मांग चुके हैं। वहीं अगर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की बात करें तो इस बार मथुरा से मुकेश धनगर मैदान में हैं। बसपा से जाट समाज से ताल्लुक रखने वाले पूर्व IRS अधिकारी सुरेश सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है।
मेरठ लोकसभा सीट- पश्चिमी यूपी की राजनीति की राजधानी कही जाने वाली मेरठ लोकसभा सीट पर भाजपा ने अपने तीन बार के सांसद रहे राजेंद्र अग्रवाल का टिकट काटकर बहुचर्चित टीवी सीरियल रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल को अपना प्रत्याशी बनाया है। अगर समाजवादी पार्टी की बात करें तो उसने यहां से तीन बार प्रत्याशी बदले और फिर पूर्व महापौर सुनीता वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। बीएसपी ने देवव्रत त्यागी को प्रत्याशी बनाया ।
बुलंदशहर लोकसभा सीट- अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा ने अपने दो बार के सांसद डॉक्टर भोला सिंह को फिर से प्रत्याशी बनाया है। वहीं बसपा ने भी अपने नगीना के सांसद गिरीश चंद्र जाटव को प्रत्याशी बनाकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। कांग्रेस ने शिवराम वाल्मीकि को प्रत्याशी बनाया है।
गाज़ियाबाद लोकसभा सीट- यूपी की गाजियाबाद लोकसभा सीट बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यहां सुरेंद्र गोयल के बाद से लगातार भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीत रही है। भाजपा ने यहां अपने दो बार के सांसद को हटाकर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे अतुल गर्ग को प्रत्याशी बनाया है। जिसके बाद यहां पर ठाकुरों ने नाराजगी जताई हैं। वहीं कांग्रेस ने यहां से अपनी प्रवक्ता डॉली शर्मा को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने इससे पूर्व भी वीके सिंह के सामने 2019 के लोकसभा चुनाव में डॉली शर्मा को प्रत्याशी बनाया था। बसपा ने ठाकुरों को साधते हुए नंद किशोर पुंडीर को चुनाव मैदान में उतारकर बीजेपी को रोकने की कोशिश की है।
अलीगढ़ लोकसभा सीट- भाजपा ने तीसरी बार यहां से सतीश गौतम को चुनाव मैदान में उतारा है। बीजेपी को उम्मीद है कि उनका निर्णय फ़िर से सही साबित होगा, जबकि सपा ने चौधरी बिजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। चौधरी विजेंद्र सिंह जाट समाज से आते हैं, उनकी हर समाज में अच्छी पकड़ बताई जाती है। बसपा ने हितेंद्र कुमार उर्फ बंटी उपाध्याय को टिकट दिया है।
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट– गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है। भाजपा ने यहां से तीसरी बार डॉक्टर महेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। जबकि यहां बहुजन समाज पार्टी ने बीजेपी के सामने क्षत्रिय समाज से प्रत्याशी को उतारकर चुनौती दी है। बसपा ने जहां ठाकुर राजेंद्र सोलंकी को प्रत्याशी बनाया है, वहीं समाजवादी पार्टी ने डॉक्टर महेंद्र नागर को प्रत्याशी बनाया है।
अमरोहा लोकसभा सीट- अमरोहा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने कंवर सिंह तंवर को प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि इस सीट पर बसपा 2019 में जीत हासिल की थी। जबकि इस बार उन्होंने अपना उम्मीदवार मुजाहिद को बनाया है। कांग्रेस ने कुंवर दानिश अली को प्रत्याशी बनाकर मुकाबला दिलचस्प कर दिया है। अमरोहा लोकसभा सीट से पिछली बार बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर दानिश अली ने चुनाव लड़ा था। बसपा और सपा का गठबंधन था तो दानिश अली चुनाव जीतने में सफल हो गए थे। इस बार चुनाव आने से पहले ही बसपा ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया था। जिसके बाद दानिश अली ने कांग्रेस-सपा गठबंधन के प्रत्याशी बनाए गए। उनको कांग्रेस से टिकट मिला है।