नोएडा- यूपी के नोएडा में यातायात नियमों का अक्सर उल्लंघन होता रहता है। यहां आए दिन ओवर स्पीड, ओवरटेकिंग और बगैर हेलमेट के चलने वाले लोगों पर कार्रवाई होती रहती है। ट्रैफिक पुलिस ने अब इस अमस्या से निपटने के साथ ही ऐसे लोगों का चालान करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया है। नोएडा में देश का पहला रडार आधारित ऑटोमैटिक ट्रैफिक डिटेक्टर लगाया गया है। यह खंभे जैसा दिखने वाला उपकरण है जो रात में 100 फीसदी वाहनों की नंबर प्लेट पढ़ सकता है। पिछले 5 दिनों में इसके माध्यम से करीब 1200 वाहनों को यातायात उल्लंघन करते हुए पकड़ा है।
SP यातायात अनिल कुमार झा ने बताया कि रडार आधारित इस तकनीक का इस्तेमाल अभी दुबई और कुछ यूरोपीय देशों में हो रहा है। देश में पहली बार नोएडा से इसकी शुरुआत हुई है। फ्रांस की एक कंपनी ने यह उपकरण ट्रायल के लिए लगाया है। रडार डिटेक्टर महामाया फ्लाईओवर से आगे चलकर दलित प्रेरणा स्थल के पास लगाया गया है। इस उपकरण ने गत 20 अप्रैल से काम करना शुरू कर दिया है। तब से लेकर इसने 1200 वाहनों का चालान किया है। यातायात उल्लंघन करने वाले इन सभी चालकों का डाटा पुलिस को ऑनलाइन मिल रहा है। सभी के पते पर चालान भेजे जाएंगे।
SP झा ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे पर इंफ्रारेड कैमरे लगे हैं। ये कैमरे रात में 30 से 35 फीसदी वाहनों की नंबर प्लेट को रीड कर सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ, यह अत्याधुनिक रडार रात में भी 100 फीसद वाहनों का नंबर रीड करने में सक्षम है। यह तकनीक अत्याधुनिक है इसलिए महंगा भी है। अगर इसका ट्रायल सफल रहा तो इसे नोएडा के प्रमुख रास्तों, एक्सप्रेस वे और एलिवेटेड रोड पर लगाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जा सकता है।
500 मीटर दूर तक नजर रखी जा सकती है-
यह रडार आधारित उपकरण 5 तरह से हो रहे ट्रैफिक उल्लंघनों को कैमरे में रिकॉर्ड कर सकता है। ओवर स्पीड से चलने वालों, ओवर टेकिंग करने वालों, दुपहिया वाहनों पर तीन सवारी, हेलमेट नहीं लगाने वाले वाहन चालक और लापरवाही से वाहन चलाने वाले इस रडार की पकड़ में आ रहे हैं। बात दें इस उपकरण से करीब 500 मीटर दूर तक नजर रखी जा सकती है।
यह भी पढ़ें:- उत्तर प्रदेश- जनरल कोच में सफर करने वाले यात्रियों को 20 रुपए में मिलेगा भरपेट खाना, उत्तर-रेलवे ने की शुरुआत