Lucknow News- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा टिकट बांटने में परिवार को प्राथमिकता देने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उनका समाजवाद से कोई लेना-देना नहीं है। वंशवाद ही अखिलेश और इंडी गठबंधन का असली मेनफिस्टो है।
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भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव सिर्फ परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति कर रहे हैं। यह उन पर इस कदर हावी है कि अपने कार्यकर्ताओं को भूल गए हैं। इसकी झलक अखिलेश द्वारा कन्नौज में तेज प्रताप यादव, मैनपुरी में पत्नी डिंपल यादव, आजमगढ़ में भाई धमेंद्र यादव और चाचा शिवपाल को पहले बदायूं से टिकट दिया। बाद में आदित्य यादव टिकट देने में उनकी रुचि साफ देखी जा सकती है। इसकी वजह से कार्यकर्ताओं में काफी निराशा और हताशा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश को अपना परिवार मानते हैं। उनकी यह सोच मोदी सरकार की कल्याणकारियों योजनाओं में साफ देखी जा सकती है। यही वजह है कि देश की जनता इस बार 400 पार को आत्मसात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प ले चुकी है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव व उनके इंडी पार्टनर्स वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टीकरण पर आमादा है। इनका इतिहास ही एक वर्ग विशेष को खुश करने का है। इनका मेनिफेस्टो भी इसी से प्रेरित है। देश और प्रदेश की जनता इनके झांसे में नहीं आने वाली है। उन्होंने कहा कि देश की जनता मोदी जी के नेतृत्व में सबका साथ और सबका विकास की नीति को पसंद करती है। वह इनके तुष्टीकरण के जाल में फंसने वाली नहीं है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब अखिलेश यादव अपनी पार्टी ही नहीं संभाल पा रहे हैं, तो वह प्रदेश की जनता की भलाई के लिए क्या कदम उठाएंगे। अखिलेश यादव परिवार में इस कदर डूब गए हैं कि अपने कार्यकर्ताओं का टिकट काट कर अपने परिवार को बांट रहे हैं। इतना ही नहीं वह रैली भी उनके लिए ही कर रहे हैं। अखिलेश और इंडी दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं।