Lucknow News- सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने बुधवार रात देवरिया में रेलवे ट्रैकमैन चंद्रकेश का ट्रांसफर होने के बाद उसे कार्यमुक्त करने के बदले घूस लेते सीनियर सेक्शन इंजीनियर संजय कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताते चलें कि 3 अप्रैल को रेलवे कर्मचारी का मुरादाबाद में ट्रांसफर हुआ था। मगर उसको कार्यमुक्त नही किया जा रहा था। कार्यमुक्त होने के बाद ही वह नई जगह पर ज्वाइंग कर सकता था।
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जानिए क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले ट्रैकमैन चंद्रकेश बीते ढाई साल से सलेमपुर रेलवे स्टेशन पर तैनात है। 3 अप्रैल को उसका मुरादाबाद रेलवे डिवीजन में ट्रांसफर हुआ था, लेकिन सीनियर सेक्शन इंजीनियर संजय कुमार उन्हें रिलीव नहीं कर रहे थे। आरोप है कि उन्होंने रिलीव करने के लिए ट्रैकमैन से 50 हजार रुपए की मांग की थी। कर्मचारी ने आर्थिक परेशानियों का हवाला दिया, बावजूद इसके आरोपी संजय कुमार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। सीनियर सेक्शन इंजीनियर की इस हरकत से नाराज कर्मचारी ने इंटरनेट से सीबीआई लखनऊ ब्रांच का संपर्क नम्बर निकाला और मामले की जानकारी दी। जिसके बाद सीबीआई टीम सलेमपुर पहुंची और जांच में जुट गई। कई दिनों तक रडार पर रहने के बाद आखिरकार उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है।
गोरखपुर के बुद्धनगर के रहने वाले आरोपी सीनियर सेक्शन इंजीनियर संजय कुमार वर्ष 2018 से सीनियर सेक्शन इंजीनियर पूर्वोत्तर रेलवे कार्यालय पर तैनात था। शिकायत मिलने के बाद सीबीआई के डिप्टी एसपी लखनऊ यूनिट विपिन कुमार सिंह के निर्देश पर एक टीम बनाकर सलेमपुर में डेरा डाला गया था। दिन में रेल लाइन पर कार्य होने के चलते देर शाम को सीनियर सेक्शन इंजीनियर संजय कुमार घर पहुंचे। पीड़ित रेल ट्रैकमैन चंद्रकेश को सीबीआई ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर के घर भेजा। चंद्रकेश ने संजय को 20 हजार रुपए एडवांस दिया। सीबीआई की टीम ने तत्काल रंगे हाथ उसे पकड़ लिया। इसके बाद सीबीआई की टीम संजय को लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गई।