भाजपा ने हैदराबाद का किला फतेह करने के लिए अबकी बार बड़ा दांव खेला है। जिसके चलते हैदराबाद की लड़ाई रोचक हो गई है। कई वर्षों से हैदराबाद लोकसभा सीट से संसद पहुंच रहे AIMIM प्रमुख असादुदीन ओवैसी को पटखनी देने के लिए बीजेपी ने महिला प्रत्याशी को मैदान में उतारा है।
भाजपा की यह महिला प्रत्याशी कोई सामान्य नहीं हैं। यही वजह है कि मेन स्ट्रीम मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक उन्हीं की चर्चा है। भाजपा ने हैदराबाद में भगवा फहराने की जिम्मेदारी डॉ माधवी लता को दिया है। माधवी लता पेशे से चिकित्सक हैं। इसके अलावा वह कई समाजसेवी संगठनों से भी जुड़ी हुई हैं, जिसके माध्यम से वह सामाजिक व महिला उत्थान के लिए कार्य करती हैं। इसके अलावा वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं।
समाजसेवा करती हैं माधवी लता
डॉ माधवी लता विरिंची हॉस्पिटल की चेयरपर्सन हैं। वह भारतीय नृत्य कला भरतनाट्यम् में पारंगत मानी हैं। साथ ही वह कई समाजसेवी ट्रस्ट भी चलाती हैं। जिनका नाम लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट और लतामा फाउंडेशन है। यह ट्रस्ट हेल्थकेयर और शिक्षा के क्षेत्र में असहाय व निर्धन लोगों के लिए कार्य करते हैं। डॉ माधवी लता की रुचि राजनीति में पहले से ही रही। यही वजह है कि अपने अध्ययन काल के दौरान उन्होंने राजनीति शास्त्र में एमए किया।
तीन तलाक के खिलाफ चलाया था अभियान
डॉ माधवी की पहचान फायर ब्रांड हिंदू नेता के रूप में होती है। हिंदू धर्म को लेकर उनके द्वारा दिए गए भाषण लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होते हैं। भाजपा ने हैदराबाद लोकसभा सीट से उतारने के लिए उन्हें पहले ही संकेत दे दिए थे, यही वजह है कि वह पिछले 6 महीनों से हैदराबाद में डटी हुई हैं और चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं। हालांकि, इससे पहले उनका राजनीति से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं था।
यहां तक की उनके परिवार में भी कोई राजनीति में दिलचस्पी नहीं रखता। लेकिन, सामाजिक जीवन में उन्होंने अनेकों कार्य किए हैं। उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ा था। जिसमें मुस्लिम महिलाओं ने भी उनका सहयोग किया। यही वजह है कि उनकी पैठ मुस्लिम समाज की महिलाओं में अच्छी मानी जाती है।
हैदराबाद लोकसभा सीट का इतिहास
वहीं, अगर बात हैदराबाद लोकसभा सीट की करें तो इस सीट पर 1984 से ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है। यहां 1984 में एआईएमआईएम के सरबराह असादुदीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाउद्दीन ओवैसी सांसद बनें। तब से लेकर आज तक यह सीट ओवैसी परिवार के पास रही है।
1984 से 1999 तक ओवैसी के पिता के पिता हैदराबाद के सासंद रहे। इसके बाद असादुदीन ओवैसी ने अपने पिता की विरासत संभाली और वह 2004 से अब तक यहां के सांसद हैं। लेकिन, अबकी बार ओवैसी को भाजपा प्रत्याशी डॉ माधवी लता कड़ी चुनौती दे रही हैं। माना जा रहा है डॉ माधवी का साइलेंट वोटर गेम चेंजर साबित हो सकता है।