Jalaun News- उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में बीते दिनों मूसलाधार
बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से सैकड़ों गांव के किसानों की फसलें बर्बाद हो गई थी।
फसलों की बर्बादी को लेकर शासन की तरफ से प्रभावित इलाकों का सर्वे कराया गया था। केन्द्रीय
राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा ने बताया कि जालौन जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ
था। जालौन जिले को योगी सरकार की तरफ से सर्वाधिक 3 करोड़ की राहत राशि सौंपी गई। उन्होंने बताया कि अब तक 98
लाख रुपए किसानों के खातों में पहुंचाया जा चुका
है।
यह भी पढ़ें- पीएम मोदी ने असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का किया भ्रमण, चित्र सोशल मीडिया पर वायरल!
बता दें कि इसी
साल फरवरी और मार्च महीने में बे-मौसम मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। जिसके
कारण कई किसानों की फसलें बर्बाद हुई थीं। जिसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने
सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिए थे कि ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से प्रभावित समस्त
काश्तकारों को मानक के अनुसार राहत सहायता उपलब्ध करायी जाए। कोई भी प्रभावित किसान
छूटने न पाए। इसमें जालौन जिले के अलग-अलग
तहसील क्षेत्र के 323 ग्रामों के 6753 किसानों की फसले भी बर्बाद हो गई थी। जिसके बाद सरकार
के द्वारा जालौन के किसानों के लिए बड़ी राहत दी गई है। यहां के किसानों के लिए सर्वाधिक
3 करोड़ की राहत राशि सौंपी
गई। राहत राशि को किसानों तक पहुंचाने के लिए आज तहसील सभागार कोंच में केंद्रीय राज्यमंत्री
भानु प्रताप वर्मा व एसडीएम ने किसानों के खातों में रुपए पहुंचाए व प्रमाण पत्र भी
सौंपे।
इस दौरान केन्द्रीय
राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि 20 फरवरी से 3 मार्च के बीच बे-मौसम
बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। इससे जनपद के किसानों का भारी नुकसान हुआ था और फसलें भी
बर्बाद हो गई थीं। सरकार ने राहत पहुंचाते हुए जिले को 3 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि सौंपी है। अब तक 98 लाख रुपए किसानों के खातों में पहुंचाया जा चुका
है।