संदेशखाली: पिछले दो महीनों से पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित संदेशखाली की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर रही। ईडी टीम पर हमला, महिलाओं का यौन उत्पीड़न व जबरन जमीन पर कब्जा से पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हुए। इसी बीच संदेशखाली थाना के प्रभारी का ममता सरकार ने तबादला कर दिया गया है। संदेशखाली थाना की जिम्मेदारी संभाल रहे विश्वजीत संपुई को इंस्पेक्टर बनाकर बशीरहाट थाने भेज दिया गया है। वहीं, बशीरहाट जिला पुलिस के एसओजी के एसआई गोपाल सरकार को संदेशखाली थाने की जिम्मेदारी दी गई है।
उल्लेखनीय है कि गत 5 जनवरी को ED और केंद्रीय बलों पर हमले के बाद से संदेशखाली थाने की भूमिका पर बार-बार सवाल उठाए जा रहे थे। इलाके की महिलाओं को संदेशखाली थाने का घेराव कर लगातार विरोध प्रदर्शन करते हुए देखा गया था।
संदेशखाली आंदोलन के दौरान स्थानीय थाने की भूमिका पर बार-बार सवाल उठ रहे थे। जबरन जमीन पर कब्जे और महिलाओं के साथ दुष्कर्म की कई शिकायतें थाने में दर्ज नहीं की गईं। पुलिस संदेशखाली घटना के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई करने से बचती रही। आरोप है कि जब प्रदर्शनकारियों से इस बारे में पूछा गया तो, उन्होंने बार-बार एक ही बात कही, जब वे थाने गए तो थानेदार ने शाहजहां शेख के पास जाने को कहा। शिबू हाजरा के पास जाने को कहा गया। सवाल यह उठता है कि इतनी शिकायतों के बाद भी पुलिस को कुछ नजर क्यों नहीं आया।
लगभग 55 दिनों की खोज के बाद, शेख शाहजहां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल वह सीबीआई की हिरासत में हैं। उसके दो प्रमुख गुर्गे शिबू हाजरा, उत्तम सरदार को कैद कर लिया गया।