राजस्थान के पोखरण में 12 मार्च को सेना के तीनों अंग आर्मी, नेवी और एयर फोर्स संयुक्त युद्धाभ्यास करते हुए नजर आएंगे। मंगलवार को स्वदेसी रक्षा उपकरणों की क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए ‘भारत शक्ति’ संयुक्त अभ्यास का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं।
युद्धक उपकरणों का होगा प्रदर्शन
जानकारी के अनुसार तीनों सेनाओं का संयुक्त युद्धाभ्यास लगभग 50 मिनट के लिए आयोजित किया जाएगा। इस युद्धाभ्यास के दौरान प्रदर्शित किए जाने वाले युद्धक उपकरणों में एलसीए तेजस, एएलएच एमके-4, मोबाइल एंटी ड्रोन सिस्टम, टी90 टैंक, के9 वज्र, धनुष और पिनाका शामिल होंगे। युद्धक उपकरणों की मारक क्षमता के अभ्यास के बाद अन्य उपकरणों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
बता दें कि 12 मार्च 2024 को होने वाले इस युद्धाभ्यास के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार है। भारतीय सेना ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि स्वदेसी हथियारों और उपकरणों की शक्ति का प्रदर्शन युद्ध के मैदान में किया जाएगा। ये राष्ट्र की आत्मनिर्भरता की पहल है।
इस युद्धाभ्यास को भारतीय सेना द्वारा तैयार डिफेंस सिस्टम और नेटवर्क आधारित सिस्टम की टेस्टिंग भी माना जा रहा है। आमतौर पर युद्धाभ्यास के दौरान आर्मी, नेवी और एयरफोर्स अलग-अलग तरीके से काम करती हैं लेकिन 12 मार्च को होने वाले इस युद्धाभ्यास में तीनों ही सेनाएं एक साथ आने वाली हैं।
पोखरण में रोबोटिक डॉग MULE का होगा परीक्षण
भारतीय सेना ने निगरानी बढ़ाने और युद्ध अभियानों में सहायता के लिए एक रोबोटिक डॉग MULE (मल्टी-यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट) डेवलप किया है। इसका सफल परीक्षण पोखरण में सेना के युद्धाभ्यास के दौरान भी दिखाई देगा। ये MULE थर्मल कैमरों और रडार से लैस है। इसकी खास डिजाइन इसे बर्फ, रेगिस्तान, ऊबड़-खाबड़ जमीन, ऊंची सीढ़ियों के अलावा पहाड़ी इलाकों में हर तरह की बाधा को पार करने में सक्षम बनाती है। इसकी विशेष तकनीक के जरिए दुश्मनों के ठिकानों पर फायरिंग भी की जा सकती है। हालांकि ये रोबोटिक डॉग साल 2023 में ही भारतीय सेना के मिलिट्री इंटेलिजेंस में शामिल किया गया था।
रोबोटिक डॉग MULE की खूबियां
रोबोटिक डॉग MULE देखने में बिल्कुल कुत्ते जैसा नजर आता है। इसकी चार टांगें हैं, और लंबाई करीब 27 इंच है। इसका वजन 51 किलोग्राम के आसपास है। ये महज एक घंटे में रिचार्ज हो जाता है। इसके बाद लगातार दस घंटे तक ये अपना कार्य कर सकता है। MULE की पेलोड क्षमता 12 किलोग्राम है। इसमें कैमरे और सेंसर के अलावा गोलीबारी करने की भी तकनीक शामिल की गई है।