Varanasi News- राष्ट्रीय स्वयंसेवक
संघ द्वारा सुंदरपुर शाखा का वार्षिकोत्सव रविवार को पूरे उत्साह के साथ मनाया गया।
वार्षिकोत्सव में विभाग प्रमुख नवीन ने संघ व शाखा के उद्देश्य को विस्तार से बताया।
इस अवसर पर उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के सुंदर स्वरूप की व्याख्या करते
हुए बताया कि राजकुमार होते हुए भी उन्होंने मर्यादित जीवन व्यतीत किया। हर वर्ग को
आपस में बिना भेदभाव से सबको जोड़ा। कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुर्वेद विश्वविद्यालयपूर्व कुलपति सत्येंद्र
प्रसाद मिश्रा ने किया।
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उत्तर प्रदेश के
वाराणसी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा सुंदरपुर शाखा का वार्षिकोत्सव मनाया
जा रहा है। इस कार्यक्रम में काशी के सह कार्यवाह मनीष ने स्वयंसेवकों का जमकर उत्साह
बढ़ाया। उन्होंने बताया कि संघ के स्वयंसेवक शाखा में खेल-कूद, योग व्यायाम, सूर्य नमस्कार के सिखाया जाता है। इसके अतिरिक्त शाखा से
जुड़े स्वयंसेवक आस-पास के रहने वाले ऐसे वरिष्ठ जनों का समय-समय पर नियमित हाल-चाल
जानते रहते है, जिनके बच्चे बाहर नौकरी में हैं और कमजोर वर्ग के बच्चों को नि: शुल्क शिक्षा भी
देते है। ऐसा करने से स्वयंसेवकों की समाज से और निकटता बढ़ती है।
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इस अवसर पर नगर संघ
चालक विजय जायसवाल ने समाज के दुख-सुख में हिस्सा नहीं लेने वाले एक साहूकार की प्रेरक
कहानी सुनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्व हिंदू परिषद के आजीवन सदस्य डॉ
विपिन बिहारी मिश्र ने सभी को आशीर्वाद दिया और संघ कार्य को तेज करने का आह्वान किया।
वार्षिकोत्सव में दंडयोग, खेल, दंड प्रहार, अमृत वचन आदि का प्रदर्शन स्वयंसेवकों ने किया। मुख्य शिक्षक
आदित्य, शाखा कार्यवाह निलेश,
बौद्धिक प्रमुख राजकुमार, व्यवस्था प्रमुख अरविंद के अतिरिक्त वीरेंद्र और
कुणाल आदि की भी उपस्थिति रही।