अमेरिका ने कहा है कि यूएस के साथ भारत के संबंध पहले की तुलना में और मजबूत हुए हैं। अमेरिका के रक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने सांसदों से कहा कि आज के समय में दोनों देशों के बीच ये संबंध अधिक मजबूत हैं। अधिकारियों ने सांसदों से ये भी कहा कि रूस के साथ संबंध होने के कारण भारत के पास कई विकल्प हैं।
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पहले से और मजबूत हुए संबंध
हिंद-प्रशांत सुरक्षा मामलों के सहायक रक्षा मंत्री एली एस रैटनर ने हिंद-प्रशांत पर सदन की उपसमिति के सदस्यों से बुधवार को कहा कि अमेरिका कई क्षेत्रों में भारत के साथ अपने रिश्तों को मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि ‘अमेरिका और भारत के बीच ये संबंध दिनों दिन बढ़ रहे हैं और यह पहले से कहीं अधिक मजबूत होते जा रहे हैं। एक स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के दृष्टिकोण के लिए ये बहुत जरूरी है।’
रैटनर ने डेमोक्रेटिक पार्टी से कांग्रेस के सदस्य एडम स्मिथ के प्रश्न के जवाब में कहा, कि ‘हम संबंधों को कई क्षेत्रों में मजबूत कर रहे हैं जिसमें सह-उत्पादन शामिल है। हमने जेट इंजनों पर कुछ प्रगति की है। हमारे रक्षा औद्योगिक आधार को एकीकृत करने के लिए बख्तरबंद वाहनों पर कुछ नई परियोजनाएं भी शामिल हैं, जो रिश्तों को और मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम है।’
सैन फ्रांसिस्को में ‘गेम डेवलेपर्स कॉन्फ्रेंस’ में पहली बार भारत का पेवेलियन
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर में ‘गेम डेवलेपर्स कॉन्फ्रेंस’ में पहली बार भारत के पेवेलियन को जगह दी गई है। बुधवार को यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम के सहयोग से ‘गेम डेवलेपर्स कॉन्फ्रेंस’ में भारत के पेवेलियन का उद्घाटन किया गया, जो भारत और अमेरिका के बढ़ते संबंधों को दिखाता है।
इसके साथ ही इस दौरान ‘इंडिया गेमिंग मार्केट रिपोर्ट’ भी जारी की गई। रिपोर्ट के अनुसार, भारत का गेमिंग मार्केट साल 2023 में 3.1 अरब डॉलर था। इसके साल 2028 तक 6 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।