Aurria News- उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में अजीतमल तहसील परिसर में बेरियर लगा कर साइकिल
स्टैण्ड का संचालन किया जा रहा है। जिसको लेकर अधिवक्ताओं में नाराजगी है। साइकिल
स्टैण्ड को हटाने की मांग लेकर अधिवक्तओं ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया और
हड़ताल पर चले गए हैं। इनका कहना है कि साइकिल स्टैण्ड की आड़ में गरीब जनता का
शोषण किया जा रहा है। उनसे रुपए की वसूली की जा रही है।
अजीतमल तहसील में
साइकिल स्टैण्ड का संचालन शुरु होने से अधिवक्ताओं में नाराजगी है और हड़ताल पर
चले गए हैं। नाराज अधिवक्ताओं की मांग है कि परिसर में बेरियर लगाकर गरीब जनता से
साइकिल स्टैण्ड के नाम पर की जा रही वसूली को बन्द किया जाए, न्यायालय के वादों में विधि सम्मत तरीके से नोटिस तामील कराए जाए, निर्धारित समय पर कोर्ट लगाए जाए,
पत्रावलियों में पर्याप्त अवसर दिए बगैर
मनमाने ढंग से आदेश पारित न किया जाए। इन मागों को अनदेखा करने से तहसील के
अधिवक्ता लगातार कलम बंद हड़ताल पर है।
उनका कहना है कि
उक्त मागें आम जनता से जुड़ी हैं। तहसील प्रशासन गलत वक्तवयों के आधार पर आम जनता
एवं उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं। जबकि अधिकारी ईमानदारी की बात तो करते
हैं, परन्तु अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को संरक्षण देकर भ्रष्टाचार एवं लूट कर रहे
हैं। यादि अधिवक्ताओं की मांगों को माना जाता है, तो तहसील में दलालों एवं
कर्मचारियों की मनमानी पर अंकुश लगेगा। इसी कारण तहसील प्रशासन न तो अधिवक्ताओं से
बात सुनना चाहता है और न ही उचित समाधान निकालकर हड़ताल को समाप्त करने में
दिलचस्पी दिखा रहा है।
इस मामले में
अधिवक्ता 27 मार्च को बैठक करेंगे और आगे की रणनीति
पर चर्चा करते हुए कृमिक अनशन करने पर विचार कर रहे हैं। इस अवसर पर बार एसोसिएशन
के पदाधिकारियों सहित समस्त अधिवक्ता मौजूद रहे।