Ujjain News: महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में सोमवार सुबह भस्मारती के दौरान आग भड़क गई। जिससे मंदिर के 14 पुजारी झुलस गए। हादसे के बाद मंदिर परिसर में अफरातफरी मच गई। वहीं, अब सवाल यह उठ रहा है कि मंदिर के गर्भ गृह में आग कैसे भड़की। CM मोहन यादव के अनुसार गुलाल आरती वाले दीपक पर गिरने के बाद आग भड़क गई। मामले की जांच जारी हैं।
हर्बल गुलाल की अनुमति-
सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में पूजा अर्चना के लिए कई गाइड लाइन जारी की हैं। जिनमें गर्भ गृह में हर्बल गुलाल की अनुमति है। इसके बावजूद भी वहां केमिकल वाले गुलाल का इस्तेमाल हो रहा था। इतना ही नही बल्कि इस दौरान मंदिर के प्रशासक और निरीक्षक भी वहीं पर मौजूद थे। फिर भी कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की गई।
पूजा की थाली में गिरा गुलाल-
उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि आग सुबह 5:50 बजे लगी। जिससे यह हादसा हो गया। जिसमें 14 पूजारी झुलस गए हैं। आग उस समय लगी जब ‘गुलाल’ पूजा की थाली में गिर गया। जिसमें जलता हुआ ‘कपूर’ था। बाद में आग फर्श पर पर फैल गयी। जो देखते ही देखते लपटों में तब्दील हो गयी। उन्होंने बताया कि कुछ घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि घटना की जांच के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जो जिला पंचायत CEO मृणाल मीणा और अतिरिक्त कलेक्टर अनुकूल जैन द्वारा की जाएगी। तीन दिनों में जांच की रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
पीएम मोदी ने सीएम से की बात-
देश के पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर इस घटना को ‘बहुत दर्दनाक’ बताया। मोदी ने कहा कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुई दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है। इस हादसे में घायल हुए सभी श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने MP के सीएम मोहन यादव से फोन पर भी बात कर घटना के बारे में जानकारी ली।
भोपाल में सीएम मोहन यादव ने कहा कि होली के रंगों से बचाने के लिए गर्भगृह की चांदी की दीवारों पर कपड़े लगाए गए थे। यह ज्ञात नहीं है कि आग आरती की थाली पर गुलाल गिरने के बाद लगी या फिर गुलाल ने किसी रसायन के साथ प्रतिक्रिया की।
उज्जैन में उन्होंने प्रत्येक घायल व्यक्ति को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता और मुफ्त इलाज की घोषणा की। सीएम ने कहा कि घायलों को निःशुल्क सर्वोत्तम उपचार प्रदान किया जाएगा। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए प्रशासन हरसंभव प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता सभी घायलों को सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराना है। महाकाल की कृपा से कोई हताहत नहीं हुआ है
35-40 फीसदी तक झुलसे पुजारी-
पुजारी आशीष ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि होली के अवसर पर एक अनुष्ठान के तहत गुलाल फेंके जाने के बाद आग लग गई। इसमें पुजारी झुलस गए। जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। इंदौर स्थित श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अध्यक्ष डॉ. विनोद भंडारी ने बताया कि घायलों में से 8 को उनके अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी 8 लोग 35 से 40 प्रतिशत झुलसे हैं।
बंद नहीं होगी होली खेलने की परंपरा-
इस बीच, मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर स्थित सैम्स पहुंचे और महाकालेश्वर मंदिर में हुई घटना में घायल लोगों का हाल-चाल जाना। उन्होंने कहा प्रत्येक वर्ष महाकालेश्वर मंदिर में गुलाल फेंक कर होली मनाई जाती है। हो सकता है कि गुलाल में मौजूद किसी रसायन के कारण आग लगी हो।
हालांकि, हम महाकालेश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ के साथ होली खेलने की परंपरा को बंद नहीं करने जा रहे हैं।
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