Varanasi News- वाराणसी में केदारघाट स्थित गौरी–केदारेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार को
रुद्राक्ष जड़ित मुकुट वैदिक मंत्रोच्चार व पंचोपचार के बीच महादेव को अर्पित किया गया।
पूजित मुकुट ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द को
सौंपा गया। यह जानकारी श्री विद्यामठ के मीडिया प्रभारी सजंय पाण्डेय ने दी।
उन्होंने बताया कि 28 मार्च को विधि-विधान से महा आयोजन कार्यक्रम किया जाएगा।
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उन्होंने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ
मन्दिर के महन्त परिवार के सदस्य ज्योति शंकर त्रिपाठी ने मुकुट शंकराचार्य स्वामी
अविमुक्तेश्वरानंद को देने के लिए उनके अधिवक्ता रमेश उपाध्याय को सौंपा था। मुकुट
को गौरी-केदारेश्वर महादेव को चढ़ाने के बाद श्री विद्यामठ में लाया गया। 28 मार्च को अधिवक्ता रमेश उपाध्याय, सतीश अग्रहरि व अधिवक्ता विनोद पाण्डेय के नेतृत्व में गौरी-केदारेश्वर महादेव
को चढ़ाया जाएगा। बता दें कि रुद्राक्ष मुकुट शंकराचार्य को दिया गया। मुकुट देने
के साथ शंकराचार्य को काशी आने के लिए आमंत्रित भी किया जाएगा।
संजय पांडेय ने बताया कि शंकराचार्य 14 मार्च से गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने व गोकशी बंद
कराने के लिए इन दिनों वृंदावन-गोवर्धन पर्वत से दिल्ली तक पदयात्रा कर रहे है।
पदयात्रा का समापन दिल्ली के उस स्थल पर होगा, जहां धर्म सम्राट करपात्री जी
महाराज के नेतृत्व में वर्ष 1966 में आंदोलन कर रहे साधु-संतों पर गोलियां चली थीं।
उन्होंने बताया कि समापन-यात्रा में शामिल होने के लिए बनारस से भी गोभक्त दिल्ली
के लिए रवाना हो गए।