नई दिल्ली: दिल्ली में उजमा नाम की एक मुस्लिम युवती ने सनातन धर्म में फिर से घर वापसी की है। सनातन धर्म अपनाते ही उजमा ने अपना नाम बदलकर मीरा रख लिया है। मंगलवार 26 मार्च को मुस्लिम युवती ने आर्य समाज मंदिर में विधि-विधान से सनातन धर्म अपनाया और अनिल वाल्मीकि नाम के हिंदू युवक के साथ विवाह किया। दोनों की शादी के दौरान, हिंदू संगठन के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने नवदंपति को आशीर्वाद दिया।
घर वापसी करने वाली युवती उजमा मूलरूप से यूपी के शाहजहांपुर जिले की निवासी है। उसके अब्बा का नाम अहमद खान है। वहीं, युवती की जिस युवक से शादी की है उसका नाम अनिल कुमार वाल्मीकि है। अनिल दिल्ली के टैगोर गार्डन क्षेत्र का रहने वाला है। उजमा का कहना है कि वह बालिग है और उसने अपनी मर्जी से अनिल के साथ शादी की है। दोनों द्वारा बालिग होने का प्रमाण देने के बाद, सनातन वैदिक समाज कल्याण संस्था ने उनका विवाह करवा दिया।
अनिल और उजमा ने मीरा बनी युवती ने सनातन परंपरा के अनुसार मंदिर में विवाह किया। शादी के दौरान दोनों ने अग्नि को साक्षी मान कर 7 फेरे लिए। अनिल ने बताया कि वह दोनों आपस में 6 सालों से परिचित हैं। इसी दौरान दोनों ने शादी करने का मन बनाया। अनिल ने बताया कि उजमा के परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे। जिसके बाद उजमा ने हिंदू धर्म स्वीकार करके शादी करने का फैसला लिया।
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वहीं, हिंदू संगठन के पदाधिकारी दीपक मलिक ने कहा कि उजमा के परिजनों ने उसके निकाह के लिए मुस्लिम लड़का देख भी लिया था। लेकिन, उजमा इसके लिए राजी नहीं थी। इसीलिए दोनों ने हिंदू संगठन के पदाधिकारियों से मदद मांगी। जिसके बाद दोनों का विवाह हो पाया। अनिल से शादी होने के बाद उजमा जो अब मीरा है, उसने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अब वह 7 जन्मों के लिए अनिल की हो चुकी है। वह अपना आगे का जीवन सनातन परंपराओं के अनुसार व्यतीत करेगी।