Badaun News- गौवंश तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में उत्तर प्रदेश की बदायूं पुलिस ने
बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने उरैना के अगेई के जंगलों से देर रात वसीम, शारिक, तफसीर, हबीब, कासिम और शानू को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार
किए गए तस्करों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल होने वाले कई हथियार
भी बरामद किए हैं। बता दें कि तस्करों द्वारा कि गई फायरिंग में सिपाही निखिल
पंवार घायल हुए हैं। जवाबी फायरिंग में तस्कर शानू के पैर में गोली लगी है।
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पुलिस के मुताबिक गौवंश तस्करों की सूचना मिली थी, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी को लेकर अभियान चलाया गया।
घेराबंदी के बाद तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी
फायरिंग की। जिसमें एक बदमाश शानू के गोली लग गई। जबकि तस्करों द्वारा की गई
फायरिंग में सिपाही निखिल पंवार भी घायल हुए हैं। तस्कर और सिपाही को जिला अस्पताल
में भर्ती कराया गया है। जहां दोनों का इलाज चल रहा है।
एसएसपी आलोक प्रियदर्शी के मुताबिक 26 मार्च को आवारा गोवंशों की हत्या कर तस्करी की गई थी। जिसकी
सूचना मिलने के बाद पुलिस द्वारा गौवंश तस्करों की तलाश की जा रही थी। बीते शनिवार को देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने वसीम,
शारिक, तफसीर, हबीब, कासिम को गिरफ्तार कर
लिया। पूछताछ में पुलिस को इन लोगों ने बताया कि साथी शानू और राशिद उर्फ
टुईया बाइक से गौवंश तस्करी की घटना को अंजाम देने बाइक से जा रहे थे। तभी
इनको रुकने का इशारा किया गया तो शानू और राशिद उर्फ टुईया ने पुलिस टीम पर फायरिंग
कर दी। जिसमें
पुलिस सिपाही निखिल पंवार को गोली लग गई। जबकि पुलिस द्वारा की गई जवाबी फायरिंग
में शानू भी गोली लगने से घायल हो गया। तस्कर राशिद उर्फ टुईया अंधेरे का फायदा
उठाकर मौके से फरार हो गया।
गिरफ्तार किए गए गौवंश तस्करों के पास से पुलिस ने तमंचा, कारतूस, बाइक, पांच चाकू, दो बांका, चार रस्सी समेत अन्य उपकरण भी बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि यह सभी गौवंश तस्कर साथ में मिलकर तस्करी की घटनाओं को अंजाम देते थे। रविवार रात भी यह सभी तस्करी की घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक इनके खिलाफ कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं।