Lucknow News- उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में
यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पेपर लीक करने की स्क्रिप्ट लिखने वाले राजीव
नयन मिश्रा को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ के मुताबिक पकड़े गए आरोपी ने पेपर लीक करने
के बाद गुरुग्राम
व रीवा में स्थित रिसॉर्ट में अपने गैंग के लोगों के साथ अभ्यर्थियों को पेपर रटवाने
का काम भी किया था। डीजीपी प्रशांत कुमार के मुताबिक पेपर लीक मामले में आरोपी पहले
भी दो बार जेल जा चुका है।
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डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि मंगलवार
रात यूपी पुलिस पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को ग्रेटर नोएडा
से गिरफ्तार किया गया है। राजीव नयन मिश्रा ने गुजरात से पहले पेपर लीक करवाया था
और फिर गुरुग्राम व रीवा में स्थित रिसॉर्ट में अपने गैंग के लोगों के साथ
अभ्यर्थियों को पेपर रटवाने का काम भी किया था। राजीव नयन मिश्रा एनएचएम घोटाले
में ग्वालियर व यूपी टेट पेपर लीक मामले में भी जेल जा चुका है। उन्होंने
बताया कि 17 व 18 फरवरी को
हुए यूपी पुलिस भर्ती का पेपर लीक हुआ था। जिसके बाद से इस मामले में वाराणसी, मेरठ, आगरा
समेत कई जिलों में 12 मुकदमे
दर्ज किए गए, जिसमें
करीब 54 लोगों की
गिरफ्तारी की गई थी।
जानिए क्या था पेपर चुराने की तकनीक
डीजीपी के मुताबिक मध्य प्रदेश के भोपाल के
रहने वाले राजीव नयन मिश्रा ने अपने साथी रवि अत्री को यूपी पुलिस भर्ती का पेपर
लीक करने के लिए एक टीम तैयार करने के लिए कहा था। जिसके बाद प्रिंटिंग प्रेस से
यूपी में पेपर एक्सपोर्ट करने वाली गुजरात ट्रांसपोर्ट कंपनी टीएसआई में काम करने
वाले कई कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ा था। आगे मिली जानकारी के मुताबिक राजीव नयन
मिश्रा पेपर के बॉक्स को खोलने के लिए बिहार के डॉ शुभम मंडल को अहमदाबाद लेकर गया
था। फिर यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के एग्जाम पेपर कोड नंबर दो की फोटो खींच ली थी।
डीजीपी ने
बताया कि आरोपी राजीव नयन मिश्रा पेपर लीक मामले में दो बार जेल जा चुका है। पहली
बार जेल जाने की वजह साल 2021
में
यूपी टीईटी का पेपर लीक करने की थी। जबकि दूसरी बार उसने साल 2023 में मध्य प्रदेश
में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाया था।