लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल प्रशासन पर मरीजों को महंगा इम्प्लांट लगाने के आरोप के बाद अब इम्प्लांट जन औषधि केन्द्र से खरीदने की योजना पर सार्थक बातचीत हुई। अस्पताल के निदेशक ने आर्थोपेडिक विभाग के डॉक्टरों के साथ बैठककर इंप्लांट को जन औषधि से लेने पर सहमति जतायी है। जिससे मरीजों को बाहर से इंप्लांट न खरीदना पड़े।
देवरिया निवासी दिव्यांग विद्यावती ने बताया कि उनके पति ओमप्रकाश यादव के पैर का ऑपरेशन बलरामपुर अस्पताल में दिसंबर 2022 में हुआ था। डॉक्टर ने पैर में इम्प्लांट के नाम पर 55 हजार रुपए ले लिये थे। जबकि बाजार में इम्प्लांट की कीमत करीब 12 हजार रुपए है। जिस शिकायत के बाद बलरामपुर अस्पताल प्रशासन की बहुत किरकिरी हुई थी।
अब मरीज की शिकायत के बाद जन औषधि केन्द्र से इम्प्लांट खरीदने की तैयारी में अस्पताल प्रशासन जुट गया है। ताकि दोबारा से कोई मरीज इस तरह के आरोप न लगा सके। अस्पताल के निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया कि बैठक में जन औषधि केंद्र से इंप्लांट लेने समेत कई अन्य मुद्दों पर डॉक्टरों से बात की गई है।