पाकिस्तान से अपने प्यार सचिन की खातिर बॉर्डर पार करके भारत आई सीमा हैदर के बारे में चर्चा का बाजार गर्म है। सचिन और सीमा हैदर के खिलाफ ग्रेटर नोएडा थाने में दर्ज एफआईआर में हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। सीमा हैदर और सचिन के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में जो शिकायत दर्ज है, उसकी कॉपी ने कई राज खोले हैं। उस FIR में सचिन और सीमा की पहली मुलाकात, सीमा के पाकिस्तान से भारत पहुंचने वाले रास्ते तक कई बातों का जिक्र है।
एफआईआर के मुताबिक सीमा ने पुलिस को बताया कि वो पाकिस्तान से चार बच्चों के साथ काठमांडू से पोखरा तक वैन से पहुंची थी। रात में वहीं रुकी और अगले दिन उसने पोखरा से दिल्ली के लिए बस पकड़ी। पोखरा से दिल्ली आने के लिए सीमा ने एसी डिलक्स बस में सफर किया और इसके लिए उसने 15 हजार नेपाली रुपये खर्च किए। इस सफर के दौरान सीमा हैदर लगातार सचिन से संपर्क में बनी रही।
एफआईआर के मुताबिक, जब चार बच्चों के साथ सीमा हैदर यमुना एक्सप्रेस-वे पर फलैदा कट के पास उतरी। वहां सचिन ने उसे रिसीव किया। सीमा और उसके बच्चे सचिन के साथ रबूपुरा के अंबेडकर मोहल्ले में किराए के कमरे में रहने लगे। इसी मोहल्ले में सचिन एक किराने की दुकान में काम करता है। पिछले तीन साल से वो उसी दुकान में काम कर रहा है।
सचिन ने 4-5 दिन बाद अपने पिता को सीमा के बारे में बताया। जिसके बाद सचिन ने एक जगह सीमा को अपने पिता से मिलवाया भी था। वहीं 30 जून की रात सचिन और सीमा हैदर पिता नेत्रपाल से पैसे लेकर बच्चों के साथ रबूपुरा से चले गए। वो लोग रबूपुरा से निकल बल्लभगढ़ पहुंचे। इसी बीच पुलिस को कहीं से किसी पाकिस्तानी महिला के रबूपुरा में रहने की सूचना मिली और पुलिस 1 जुलाई को सीमा और सचिन की तलाश में रबूपुरा के किराए के मकान पर पहुंच गई।
पुलिस को मुखबिर से 3 जुलाई को सीमा और सचिन के हरियाणा में होने की सूचना मिली। तब पुलिस ने 4 जुलाई को हरियाणा के बल्लभगढ़ से सचिन, सीमा और उसके चार बच्चों को पकड़ लिया। पुलिस ने सीमा, सचिन मीणा और उसके पिता नेत्रपाल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, सचिन और सीमा को 7 जुलाई को कोर्ट से जमानत मिल गई थी। जिसके बाद दोनों एक साथ रह रहे हैं, और बराबर मीडिया से बात कर रहे हैं।