शाहजहांपुर में नवविवाहिता की पिटाई कर हत्या करने और उसकी मां को बंधक बनाकर शव को जलाने के आरोप में तीन सगे भाइयों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। खुटार क्षेत्र के औरंगाबाद गांव की रहने वाली पम्मी देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी सरिता देवी की शादी रघुनाथपुर में शमशेर सिंह के साथ पांच माह पूर्व की थी। 12 जुलाई की रात दामाद और उसके दो भाइयों ने मिलकर सरिता देवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
13 जुलाई की सुबह दामाद शमशेर सिंह उनके पास आया और उसने सरिता की बीमारी का हवाला देते हुए घर चलने को कहा। दामाद के साथ पम्मी देवी, जब बेटी के ससुराल पहुंची तो उसने सरिता को मृत अवस्था में देखा। उसके शरीर पर चोटों के निशान भी थे। इसको लेकर उन्होंने दामाद पर मारपीट का आरोप लगाया, तब दामाद व उसके भाइयों ने मिलकर पम्मी देवी को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद दामाद ने अपने भाइयों के साथ मिलकर पत्नी के शव को पास के खेत में जला दिया।
आरोपियों ने शव के अवशेष और राख को गोमती नदी में प्रवाहित कर दिया। जब आरोपियों ने पम्मी देवी को छोड़ा तो उन्होंने अपने गांव जाकर पूर हाल बताया. सूचना मिलने के बाद सीओ पंकज पंत, थाना प्रभारी ओमप्रकाश भारी फोर्स के साथ रघुनाथपुर पहुंचे. फिलहाल इस मामले में शमशेर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। शुक्रवार की सुबह पुलिस और फोरेंसिक टीम ने आरोपी की निशानदेही पर शव के अवशेष, राख और कुछ अन्य सामान बरामद कर लिया है।