गोरखपुर में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल में मिड-डे-मील में कीड़े मिले हैं. इस दूषित भोजन को करके लगभग 40 बच्चे बीमार पड़ गए हैं जिनका इलाज अस्पताल में जारी है। बात दें दो स्कूलों में शनिवार को मिड डे मील में कीड़े मिले। जिसे खाकर बच्चे बीमार हो गए। बीमार बच्चों का स्थानीय चरगांवा स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। मौके पर पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम जांच में जुट गई है। बात दें स्कूलों में राजमा चावल की आपूर्ति अक्षय पात्रा द्वारा की गई थी।
यह है पूरा मामला
मालूम हो कि शनिवार को मेन्यू के अनुसार मिड डे मील में बच्चों को राजमा चावल दिया जाना था। यहाँ संयुक्त विद्यालय सराय गुलरिहा व बालापार में अक्षय पात्रा के वाहन द्वारा कहना पहुंचाया गया। सराय गुलरिहा में सुबह 10:30 बजे बच्चों को भोजन परोसना शुरू किया गया। लगभग 50 बच्चे जैसे ही भोजन करके उठे उन्हें उल्टी के साथ चक्कर आने लगा। इसके बाद अन्य बच्चों को खाना खाने से राेक दिया गया। सूचना मिलते ही मौके पर ग्राम प्रधान सुमित कुमार साहनी भी पहुंच गए। भोजन देखने पर पता चला कि राजमा में कीड़ा था।
इस दौरान अक्षय पात्रा के कर्मचारियों द्वारा भोजन फेंकने का प्रयास किया गया तो उन्हें यहाँ के ग्राम प्रधान ने रोक दिया। इसको लेकर ग्राम प्रधान से कर्मचारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। शिकायत करने पर पुलिस भी पहुंच गई और फोन कर एंबुलेंस बुलाकर बच्चों को अस्पताल पहुंचाया।
वहीं दूसरे संयुक्त विद्यालय बालापार में कीड़ा मिलने पर बच्चों ने भोजन फेंक दिया। स्कूल कि प्रधानाध्यापिका सुनीता अग्रहरी ने बताया कि चार-पांच बच्चे ही भोजन किए थे, इसी दौरान खाने में कीड़े मिलने की जानकारी मिल गई। सूचना अधिकारियों को दे दी गई है। मौके पर पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी विजय गुप्ता ने बताया कि अक्षय पात्रा द्वारा ब्लाक के 70 विद्यालयों को भोजन की आपूर्ति की जाती है। शनिवार को राजमा चावल स्कूल में आया था। राजमा में कीड़ा मिलने की शिकायत मिली है।
बात दें बीमार 40 बच्चों का इलाज स्वास्थ्य केंद्र चरगांवा पर जारी है। बीईओ ने कहा दाेषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि दूसरे स्कूल बालापार में सिर्फ दो-चार बच्चे ही भोजन लिए थे तभी जानकारी मिलने पर भोजन वितरण रोक दिया गया। भोजन को जांच के सुरक्षित रखते हुए कार्रवाई के लिए लिखा जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जानकारी मिलने पर मौके पर जिला समन्वयक मिड डे मील को भेजा गया है। खाने का सैंपल जांच के लिए रखा गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम जांच कर रही है। बीमार बच्चों का इलाज स्वास्थ्य केंद्र पर कराया जा रहा है। जांच रिपोर्ट के बाद दोषियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।