कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी पर चारों तरफ से पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। यूपी पुलिस इरफान सोलंकी की हिस्ट्रशीट खोलने की तैयारी कर रही है। पुलिस की तरफ से शस्त्र निरस्तीकरण को लेकर डीएम कानपुर को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि इरफान सोलंकी पर 18 मुकदमे दर्ज हैं। आपको बता दें कि डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे होने पर पुलिस किसी भी अपराधी की हिस्ट्रीशीट खोल सकती है। वहीं, जुलाई या अगस्त में जाजमऊ आगजनी मामले में कोर्ट का फैसला भी आ सकता है, जिसमें 8 से 10 साल की सजा का प्रावधान है। इसके कारण इरफान सोलंकी की विधानसभा सदस्यता खत्म भी हो सकती है।
इरफान सोलंकी पर विवादित प्लॉट पर बनी झोपड़ी में आग लगाने, पुलिस से अभद्रता करने, बांग्लादेशी नागरिक को प्रमाण पत्र देने, फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा करने, मौरंग कारोबारी की 400 गज जमीन पर कब्जा करने, रंगदारी मांगने जैसे मामले में गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। पुलिस विभाग की तरफ से विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ डीएम कोर्ट को जो रिपोर्ट भेजी गई है, उसमें 18 मुकदमों का जिक्र किया गया है। जाजमऊ आगजनी मामले से पहले इरफान सोलंकी पर 10 मुकदमें दर्ज थे। सपा विधायक के ऊपर 8 मुकदमे हाल के ही दिनों में दर्ज किए गए थे, जिनसे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई है।
विधायक का लाइसेंस पिछले दिनों डीएम कोर्ट ने निरस्त कर दिया था। लाइसेंस निरस्त करने की मुख्य वजह उनके आपराधिक इतिहास को माना गया। इरफान सोलंकी के खिलाफ पहला मुकदमा 2008 में उन्नाव के अचलगंज थाने में दर्ज हुआ था, जिसमें हत्या के प्रयास, बलवा, धमकी देना और मारपीट की धाराएं शामिल थीं। इसके बाद कानपुर के ग्वालटोली थाने में 2010 में पीआईएनएच एक्ट में दर्ज हुआ था। जानकारी के मुताबिक, इरफान पर बलवा की धाराओं में सात मुकदमें दर्ज हैं। अभी विधायक इरफान सोलंकी महाराजगंज और उनके भाई रिजवान सोलंकी कानपुर जेल में बंद हैं।