गाज़ियाबाद में 35 पुलिसकर्मियों
और 3 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. आरोप है कि फर्जी केस में मंदिर के
महंत और उनकी पत्नी को जेल भेजा गया था. ये एफआईआर कोर्ट के आदेश पर दर्ज की गई
है. कोर्ट के आदेश के बावजूद एफआईआर दर्ज होने में करीब 40 दिन लग गए.
बता दें कि जुलाई 2022 में फर्जी
केस में लोनी बॉर्डर के पास सिद्ध बाबा मंदिर के महंत मोनू और उनकी पत्नी दीपा के
खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया था. जेल से
छूटने के बाद महंत ने कोर्ट में गुहार लगाते हुए कहा था कि उनके खिलाफ झूठा मामला
दर्ज किया गया.