हरदोई जिले में फर्जीवाड़ा कर बिजली चोरी कराने में शामिल पाए गए बिजली विभाग के एक अवर अभियंता और दो तकनीकी सहायकों को निलंबित कर दिया गया है। बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग ने जुलाई में विशेष जांच अभियान चलाया है। इसी दौरान आठ जुलाई को बिजली विभाग के अवर अभियंता की टीम ने अतरौली थाना क्षेत्र के एराकाकेमऊ गांव में बिजली चोरी पकड़ी गई थी। इस पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश भी दिए गए थे।
दरअसल हरदोई के एराकाकेमऊ गांव में प्रताप सिंह के घर में आटा चक्की लगी है। चक्की में अनाधिकृत ट्रांसफार्मर और मीटर भी लगा मिला। इसमें बिजली विभाग ने 10 हॉर्स पावर की बिजली चोरी पकड़ी थी। इस मामले में टीजी-2 अखिलेश ने फर्जी सीलिंग प्रमाण पत्र भरकर हस्ताक्षर किए और ट्रांसफार्मर और मीटर के सभी अभिलेखों में फर्जीवाड़ा किया था। इस पूरे मामले में टीजी-2 अखिलेश और प्रदीप कुमार के साथ-साथ अवर अभियंता हरि प्रकाश श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है।
हरदोई बिजली विभाग ने बताया कि मालिक प्रताप सिंह से अभिलेख मांगे तो जांच टीम को एक रसीद दिखाई, जोकि जांच में फर्जी मिली है। इस मीटर की सीलिंग प्रमाण पत्र में भी फर्जीवाड़ा है। ये सीलिंग प्रमाण पत्र 28 अप्रैल 2022 का बना था, जिस पर अखिलेश टीजी-2 के हस्ताक्षर थे। अखिलेश ने पूछताछ में जांच अधिकारियों को बताया कि तत्कालीन टीजी-2 प्रदीप कुमार और तत्कालीन अवर अभियंता हरि प्रकाश श्रीवास्तव के आदेशों के अनुसार उक्त सीलिंग प्रमाण पत्र बनाया गया है। ऐसे में फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई है।