सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात भारतीय सेना के तंबुओं में बुधवार सुबह साढ़े तीन बजे आग लग गई। इस हादसे में लखनऊ निवासी सेना अधिकारी कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए हैं, जबकि 6 जवान आग में गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे में झुलसे तीन जवानों का इलाज चंडीगढ़ में चल रहा है।
भारतीय सेना के अधिकारियों के अनुसार ये हादसा सालटेरो रीजन में हुआ है। जहां गोला-बारूद के बंकरों में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। बंकरों से होती हुई आग कई तंबुओं में पहुंच गई। जिसमें एक जवान शहीद हो गए और 6 जवान गंभीर रूप से झुलस गए। शहीद जवान की पहचान लखनऊ के कैप्टन अंशुमान सिंह के रूप में हुई। वहीं, 3 अन्य जवान सेकेंड डिग्री तक बर्न हुए हैं, उनकी हालत स्थिर है। तीनों जवानों का इलाज चंडीगढ़ स्थित सेना अस्पताल में चल रहा है।
मूलरूप से देवरिया निवासी रवि प्रताप सिंह रिटायर्ड सैन्यकर्मी हैं। वह आलमनगर के बादशाहखेड़ा स्थित सलीमखेड़ा में पत्नी मंजू और बच्चों के साथ रहते हैं। उनका बड़ा बेटा डॉ अंशुमान सेना में और छोटा बेटा घनश्याम और बेटी काम्या पढ़ाई कर रहे हैं। अंशुमान की शादी पंजाब की रहने वाली स्मृति से इसी दस फरवरी को हुई थी। तब से स्मृति सास-ससुर के साथ घर में रह रही है। रवि प्रताप सिंह ने कहा कि बेटा शहीद हो गया, लेकिन उसने अपने साथियों की जान बचा ली। हमें उस पर नाज है।