अब
सितंबर से ट्रेनों की तर्ज पर परिवहन निगम की बसों का भी लाइव स्टेटस देखा जा
सकेगा। इसके अलावा बसों में आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता के लिए पैनिक बटन
की भी सुविधा होगी। इन सुविधाओं को जोड़ने के लिए परिवहन निगम ने जापान की एनईसी
कंपनी को चिन्हित किया है। बसों की लाइव ट्रैकिंग और आपातकालीन सूचनाओं के लिए
कैसरबाग स्थित परिवहन निगम में कंपनी की ओर से कमांड कंट्रोल सिस्टम भी बनाया
जाएगा।
निर्भया
योजना के तहत परिवहन निगम की बसों में वीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और पैनिक बटन
लगाये जाने हैं। इस तकनीक से पता चल सकेगा कि बस कहां और किस रूट पर है। साथ ही बस
में कितनी सीटें खाली हैं, किन
जगहों पर रुकेगी, इसकी पूरी डिटेल मिल सकेगी। इसके लिए परिवहन निगम मुख्यालय के
साथ ही सभी 20 परिक्षेत्रों में
रीजनल मॉनिटरिंग सेंटर भी बनाया जाएगा। यहां पर 24 घंटे कर्मचारियों की नियुक्ति
की जाएगी।
दावा
किया जा रहा है कि आपातकालीन परिस्थितियों में सूचना मिलने के 20 मिनट के अंदर
मौके पर मदद पहुंच जाएगी। यह कमांड सेंटर पुलिस मुख्यालय से भी जुड़ा होगा। पैनिक
बटन से महिलाएं भी रात्रिकालीन यात्राओं में खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस
करेंगी।
परिवहन निगम के जीएम आईटी
यजुवेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी को ऑर्डर ऑफ लेटर जारी किया जा है। एक सप्ताह के
अंदर कंपनी को सिक्योरिटी मनी जमा करनी होगी, जिसके बाद यह काम शुरू होगा। ऐसा माना
जा रहा है कि सितंबर से बसों में पैनिक बटन और लाइव ट्रैकिंग डिवाइस को शुरू कर
दिया जाएगा।