स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक व्यक्ति द्वारा कथित रूप से कुरआन और यहूदी धार्मिक पुस्तक टोरा को जलाने का षडयंत्र रचने के मामले में गुरुवार को इराक की राजधानी बग़दाद में कट्टरपंथी आक्रोशित हो उठे। उन्होंने स्वीडन के दूतावास में तोड़फोड़, आगज़नी की और जमकर उत्पात मचाया। इस घटना के बाद इराक के प्रधानमंत्री शिया अल सुदानी ने स्वीडन के राजदूत को इराक से निकालने के साथ स्वीडन से अपने दूतावास के प्रभारी को भी वापस बुला लिया। स्वीडन के दूतावास में इराकी उपद्रवियों ने मौलवी और राजनेता मुक्तदा अल सद्र के चित्र वाले झंडे लहराए और परिसर की बाड़ पर चढ़ गए साथ ही लोगों ने परिसर के अंदर नमाज़ भी पढ़ी। वहीं स्वीडन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि “हम राजनयिकों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों पर हमले की कड़ी निंदा करते हैं। इराक सरकार को राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।