आज मिर्जापुर में राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत नेमां विंध्यवासिनी की पूजा अर्चना की। उसके बाद त्रिकोण पथ पर स्थित मां महाकाली व मां अष्टभुजा का भी दर्शन-पूजन कर वह पुनः देवराहा हंस बाबा आश्रम पहुंचे। आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत महुआरी कला स्थित देवराहा हंस आश्रम में शुक्रवार की सुबह 7 बजे हनुमान मंदिर में 51 मन बेसन के लड्डू का भोग लगाकर मंत्रोच्चार के बीच पूजन अर्चन किये। इसके बाद हनुमान मंदिर के ठीक सामने कल्पवृक्ष का पौधरोपण किया जिसके पश्चात भक्त निवास में जलपान करने के बाद 9:18 बजे मां विंध्यवासिनी के दरबार में पहुंचे।
पुरानी वीआईपी मार्ग से पहुंचे आरएसएस प्रमुख के लिए 8:30 बजे से ही मां विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचे। संघ के पदाधिकारियों द्वारा पूजन सामग्री की व्यवस्था की गई थी मंदिर पहुंचने के पश्चात गणेश द्वार से होते हुए गर्भ गृह में पहुंच कर आरएसएस प्रमुख ने विधि विधान से मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन किया।
बता दें ब्रह्मवेत्ता श्री देवराहा हंस बाबा के विंध्याचल आश्रम में गुरूवार को शाम में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत पहुंचे थे। शाम को वह बाबा के दर्शन करने और आशीर्वाद लेने उनके कक्ष में पधारे। बाबा जी ने उनको अखंड भारत के निर्माण और सनातन धर्म के विश्वव्यापी होने के लिए आशीर्वाद दिया और उन को निर्देशित किया।