केंद्र सरकार ने सहारा इंडिया के को-ऑपरेटिव में जमा जमाकर्ताओं की पूंजी की वापसी के लिए ‘सहारा रिफंड पोर्टल’ लॉन्च किया है। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने इस पोर्टल को लॉन्च किया था। पोर्टल लॉन्च होते ही चार दिनों में पांच लाख निवेशकों ने इस पर पर अपना पंजीकरण कराया है।
केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित जानकारी देते हुए कहा कि पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले निवेशकों के पैसे वापस करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सहारा समूह की चार सहकारी समितियों में फंसे निवेशकों के पैसे वापस लौटाने के लिए 18 जुलाई को ‘सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल’ लॉन्च किया गया था। जिसपर लॉन्च होने के महज कुछ दिनों में ही 5 लाख निवेशक पंजीकृत हो चुके हैं। उन्होंने कहा यह एक बड़ा उदाहरण है कि सरकार अगर सक्रिय तरह से कार्य करे तो सबसे जटिल समस्याओं का समाधान भी किया जा सकता है।
45 दिन में वापस होगा पैसा
बात दें कि सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से जमाधन की वापसी बेहद सरल होगी और 45 दिनों में जमाकर्ताओं का फंसा हुआ पैसा उनके बैंक खाते में क्रेडिट हो जाएगा। इस पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए आपको किसी एजेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि घर बैठ लैपटॉप, कंप्यूटर या फिर मोबाइल फोन से ही आप आसानी से अप्लाई कर सकते हैं। पंजीकरण करने के बाद सहारा इंडिया जमाकर्ताओं के दस्तावेज सहारा समूह की समितियों द्वारा 30 दिन में वेरिफाई किए जाएंगे और ऑनलाइन क्लेम दर्ज करने के 15 दिन के अंदर मैसेज के जरिए उन जमाकर्ताओं को सूचित कर दिया जाएगा।
कितना पैसा रिफंड होगा
सहारा की चार को-ऑपरेटिव सोसाइटी के करीब 4 करोड़ ऐसे जमाकर्ताओं को पैसा वापस मिल सकेगा, जिनके निवेश की परिपक्ता पूरी हो चुकी है। सरकार ने रिफंड होने वाले पैसों पर 10,000 रुपये का कैप लगाया है। यानी पहले चरण में उन निवेशकों की जमा राशि वापस लौटाई जाएगी, जिनका इन्वेस्टमेंट 10,000 रुपये है। यही नहीं जिन जमाकर्ताओं का बड़ा धन जमा है, तो उनके कुल निवेश में से भी उन्हें 10,000 रुपये तक ही लौटाए जा सकते हैं। इस तरह 5,000 करोड़ रुपये की रकम लौटाने की तैयारी की गई है।