किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी यानि केजीएमयू कार्यपरिषद ने शुक्रवार को एक अहम फैसले पर अपनी मुहर लगा दी। अब चिकित्सा विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया है कि जो भी व्यक्ति अपने किसी परिजन की मृत्यु पर उनका शरीर विश्वविद्यालय को दान देगा उसे आजीवन निशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके तहत देहदानियों के परिवारजनों को यूनीक हेल्थ आई.डी. जारी की जाएंगी जिससे उनकी जांचें भी मुफ्त में होंगी। केजीएमयू के कुलपति प्रो. बिपिन पुरी के कार्यकाल में हुई कार्यपरिषद की अंतिम बैठक में ये फैसला लिया गया।
कार्यपरिषद की बैठक में चिकित्सकों के लिए भी कई अहम फैसले लिए गए। इसमें अनुबंध पर कार्य करने वाले शिक्षकों को भी चिकित्सा प्रतिपूर्ति की सुविधा देने का निर्णय लिया गया। डी.जी.एम.ई. की ओर से बॉण्ड पर रखे गए डॉक्टरों को भी यह लाभ दिया जाएगा। अब तक इनकी चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए कोई गाइडलाइंस नहीं थीं।