कानपुर में एक आवारा सांड ने बुजुर्ग महिला की पटक-पटक कर जान लेली। शुक्रवार को इलाज के दौरान वृद्धा की मौत हो गई। सांड के पटकने से महिला के सिर, पसलियां और नाक की हड्डियां चकनाचूर हो गईं। कानपुर में पिछले कुछ वर्षों में सांड के हमलों से 13 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। इसके साथ ही 167 लोगों की हड्डियां टूट चुकीं हैं।
जवाहर नगर में रहने वाली कविता तिवारी के पति प्रमोद तिवारी की 25 साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद कविता ने दोनों बेटियों की शादी कर दी थी। तब से जीवन यापन के लिए बीते 15 सालों से घंटाघर के पास एक होटल में खाना बनाने का काम करती थी। गुरूवार रात लगभग 10 बजे खाना बनाकर घर लौटते समय बादशाही नाका के पास सांड ने उनपर हमला कर दिया। किसी तरह से राहगीरों ने कविता को सांड के चुंगल से छुड़ाया।
इसके बाद गंभीर रूप से घायल कविता को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार सुबह कविता के परिजन तलाश करते जब अस्पताल पहुंचे, तो उनकी मौत हो चुकी थी। पोस्टमॉर्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं बादशाही नाका थाना प्रभारी सुभाष चंद्र के मुताबिक सिर के बल गिरने से उनको गंभीर चोटें आईं थीं, जिससे उनकी मौत हो गई।