- उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने से होने वाली मौतों में आएगी कमी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश को एक और बड़ी सौगात दी है। ये सौगात आसमानी आफत से होने वाले जानमाल के नुकसान से बचाएगी। सरकार ने तय किया है कि प्रदेश भर में आसमानी बिजली गिरने से होने वाली मौतों में कमी लाई जाएगी। इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार लाइट्निंग अरेस्टस को प्रदेश भर में लगवा रही है।
सरकार ये लाइटनिंग अरेस्टर्स या लाइटनिंग रॉड प्रदेश में ऊंची इमारतों पर लगाने जा रही है। जो खराब मौसम में आसमानी बिजली को अपनी ओर आकर्षित कर उसे सीधे जमीन के भीतर पहुंचा देगी। इससे न सिर्फ लोगों की जान बचाई जा बचेगी बल्कि बिजली गिरने से होने वाले नुकसान पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा।
क्या है लाइटनिंग रॉड ?
लाइटनिंग अरेस्टर्स या लाइटनिंग रॉड एक धातु की रॉड (छड़) होती है, जो ऊंची इमारतों पर लगाई जाती है और इसका उद्देश्य बिल्डिंग को आसमानी आफत से बचाना होता है। यदि आसमानी बिजली किसी भवन से टकराती है तो यहाँ लगा रॉड इसे अपनी ओर आकर्षित कर लेगा और ये भवन से गुजरने की बजाय यहाँ रॉड से लगे एक तार के सहारे जमीन के भीतर ले जाएगी और भवन को आसमानी आफत से बचा लेगी।
यूपी के राहत आयुक्त ने दी जानकारी
बीते दिन राहत आयुक्त, उत्तर प्रदेश जीएस नवीन कुमार ने लाइटनिंग अरेस्टर्स को लेकर इसके लाभ के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते साल से इस साल तक यूपी के 52 जिलों में बिजली गिरने से 301 लोगों की मृत्यु हो गई थी। वहीं 2023-24 में जुलाई तक 36 जिलों में 174 लोगों की बिजली गिरने के कारण मौत हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि पहले सोनभद्र जैसे जिलों में बिजली गिरने से काफी मौतें होती थीं। लेकिन अब गाजीपुर जैसे जिले इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ऐसे में हमने जिलों से रिपोर्ट मांगी है कि उनके यहां कहां पर यह लाइटनिंग रॉड लगाई जा सकती है।