कानपुर के गुजैनी के एक स्कूल की कई छात्राओं की एडिट कर अश्लील फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला सामने आया है। एक छात्रा को इसकी भनक लगी, तो उसने परिजनों और अन्य छात्राओं को घटना की सूचना दी। इसकी शिकायत परिजनों ने पहले आरोपी छात्र के परिजनों से की। जब परिजनों ने छात्र पर कोई कार्रवाई नहीं की तो छात्राओं के परिजनों ने गुजैनी पुलिस और साइबर सेल से शिकायत कर दी।
दक्षिण कानपुर के एक स्कूल की जरौली शाखा में पढ़ने वाली छात्रा के फोन में उसके सहपाठी ने इंस्टाग्राम अकाउंट खोला और कुछ देर बाद वापस कर दिया। जब शाम को छात्रा अपना अकाउंट खोलने चली तो गलती से साथी छात्र का अकाउंट खुला था। उस अकाउंट से हो रही चैटिंग को पढ़ने से पता चला कि उसकी क्लास की कई साथी छात्राओं और कुछ शिक्षिकाओं की फोटो एडिट करके अश्लील बनाकर 11वीं के एक छात्र को भेजी गई। इसकी जानकारी छात्रा ने अपने परिजनों और अन्य छात्राओं को दी। सभी परिजनों ने पहले छात्र के परिजनों से संपर्क किया और पूरी बात बताई। इसके बाद सोमवार को छात्राओं के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन से शिकायत की और मदद की गुहार लगाई। जब परिजनों के ठोस जवाब नही मिले तो क्राइम ब्रांच के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस को शुरूआती जांच में पता चला कि आधा दर्जन से ज्यादा छात्राओं के साथ शिक्षिकाओं की फोटो से भी छेड़छाड़ की गई है। जिसके बाद साइबर सेल ने आनन-फानन इंस्टाग्राम और टेलीग्राम एप के अधिकारियों को मेल कर अकाउंट की पूरी जानकारी मांगी है। उधर, दूसरी तरफ आरोपी छात्र के परिजन भी पीड़ित बनकर गुजैनी थाने पहुंचे और पुलिस को बताया कि कोई आरोपी छात्र का अकाउंट हैक कर छात्राओं की फोटो से छेड़छाड़ कर वायरल कर रहा है। इसलिए उस अकाउंट को तत्काल डिलीट कराया जाए और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इस घटना का लिंक साल भर पहले स्कूल में पढ़ने वाली 11वीं की एक छात्रा की आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है। इन छात्राओं के परिजनों का कहना है कि छात्रा की आत्महत्या का कारण आज तक सामने नहीं आया है। उन्होंने उसकी जांच की मांग करते हुए कहा कि कहीं उस छात्रा ने फोटो से छेड़छाड़ की वजह से तो आत्महत्या नहीं की थी। पुलिस और साइबर सेल इस मामले में पोर्नोग्राफी के एंगल से जांच में जुट गई है।