उत्तर प्रदेश के एनसीआर क्षेत्र में बाढ़ विकराल रूप लिए हुए है। यूपी में गंगा और यमुना नदियों के बाद हिंडन नदी उफान पर है। नोएडा-गाजियाबाद में हिंडन नदी के पानी से हुई तबाही का मंजर साफ दिख रहा है। एक न्यूज़ एजेंसी ने सैकड़ों गाड़ियां डूबने का वीडियो भी शेयर किया है। नोएडा में पानी के बीच से लोग नौकरी पर जानें को मजबूर हैं। हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने ने इकोटेक 3 के पास का क्षेत्र जलमग्न हो गया है। करीब 500 गाड़ियां यहां फंसी हुई हैं। लोगों का रोड पर निकलना बेमुश्किल हो पा रहा है।
कई इलाके खाली कराए गए
हिंडन नदी में उफान से नोएडा के कई इलाके खाली कर गए हैं। यहाँ हिंडन नदी के किनारे बने मकानों को खाली कराया गया है। हिंडन नदी के जलस्तर बढ़ने से प्रभावित क्षेत्र चोटपुर कॉलोनी, छिजारसी, बहलोलपुर का डूब क्षेत्र, पुराना हैबतपुर, सौहरखा का डूब क्षेत्र, हल्द्वानी, कुलेसरा, हिंडन खादर का एरिया, गढ़ी कलंजरी, सलेमपुर, सफीपुर, चुहड़पुर, मोमनाथल गांव सहित अन्य कुल 14 गांव नोएडा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में निगरानी बढ़ाई गई है।
बाढ़ क्षेत्र में लोगों के घरों में पानी भर गया
मीडिया को जानकारी दे हुए नोएडा के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि ‘हिंडन नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। हिंडन बैराज पर खतरे का स्तर 205.8 है। वहीं, सिंचाई विभाग के अनुसार, यह फिलहाल 201.5 है। बाढ़ क्षेत्र में लोगों के घरों में पानी भर गया है। इसे देखते हुए बचाव अभियान जारी है। उन्होंने कहा ‘जलस्तर पिछले 3 दिनों से बढ़ा हुआ है। नदी के किनारे से लोगों को सुरक्षित जगह स्थानांतरित किया गया है। गाड़ियों के डूबने का जो वीडियो वायरल हो रहा है वह डूब क्षेत्र के एक गांव का है, जहां एक निजी कैब कंपनी की यार्ड में खराब वाहन खड़े थे। अब तक कोई जनहानि नहीं हुई है। एनडीआरएफ की टीमें मौके पर तैनात हैं।
गाजियाबाद का भी हाल बेहाल
हिंडन नदी का पानी गाजियाबाद के कई इलाकों में भरा हुआ है। गाजियाबाद प्रशासन ने जानकारी दी है कि, ‘हिंडन नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण करहेड़ा और नूरनगर के कुछ क्षेत्रों जल भराव की स्थिति उत्पन्न होने पर लोगों को उनके मकानों से सुरक्षित निकाल कर बाढ़ राहत कैम्प पर पहुँचाया गया है। किसी भी तरह की आपदा की स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम भी उपलब्ध है।