बुधवार को भी संसद में विपक्ष का हंगामा जारी रहा। मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस पर चर्चा के लिए सदन ने मंज़ूरी दे दी। सभी दलों के नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला प्रस्ताव पर चर्चा की तारीख तय करेंगे। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई के अलावा बी.आर.एस. के नागेश्वर राव ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसका टी.एम.सी, डी.एम.के. कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने समर्थन किया। प्रस्ताव पर चर्चा स्वीकार होने के बाद विपक्षियों ने जमकर नारेबाजी की। अविश्वास प्रस्ताव पर अभी कई विपक्षी दलों का रुख साफ नहीं है। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव पास होने की उम्मीद बहुत कम है, लेकिन इसके ज़रिए पी.एम. को मणिपुर मुद्दे पर लोकसभा में बोलने पर बाध्य करने का प्रयास किया जा रहा है।
पी.एम. का पुराना वीडियो वायरल: वर्ष 2018 में विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था लेकिन उसमें विपक्ष की हार हुई थी। उसके बाद वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री ने विपक्ष की चुटकी लेते हुए कहा था कि आप लोग इतनी तैयारी करें कि 2023 में आपको फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिले।