उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक बार फिर क्रूरता भरी वीडियो सामने आयी है। यहाँ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कुछ मुस्लिम युवकों ने हिन्दू युवक की बेल्ट से पिटाई की है। आक्रामक मुस्लिम युवक लगातार ताबड़तोड़ बेल्ट बरसा रहे हैं। यही नहीं उन्होंने उसे जमीन पर गिराकर उससे अपने पैरों पर नाक भी रगड़वाई। आरोपियों ने इसका वीडियो भी बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में पीड़ित हिन्दू युवक अपनी जान की भीक माँगता दिख रहा है। वो चीख रहा है फिर भी आरोपियों का दिल नहीं पसीजा। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने मामले की जांच कराने की बात कही है। वहीं वायरल हुआ वीडियो 1 माह पुराना बताया जा रहा है।
युवक को धमकी दे रहे आरोपी
पीड़ित छात्र ने बताया कि, ‘मेरा नाम आकाश है। मैं महेशपुर गांव का रहने वाला हूं। एएमयू के छात्र नेता फरमान मुझे शराब पीने के लिए कह रहे थे, मैंने मना किया तो वह गुस्सा हो गए। तीसरे दिन आए और बोले कि आकाश तुझसे कुछ बात करनी है। इसके बाद मुझे अपनी गाड़ी में बैठाकर एएमयू के सुलेमान हॉस्टल में ले गए। वहां एक कमरे में बैठाया। उस दौरान 10 से 12 अन्य लड़के भी मौजूद थे। उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट की। गालियां दीं, और मोबाइल फोन भी छीन लिया। पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने आरोपियों के साथ मुझे भी थाने के हवालात में बंद कर लिया। मैंने पुलिस से बताया कि मेरी गलती नहीं है, रात आठ बजे पुलिस ने मुझे छोड़ा। इसके बाद आरोपियों को भी छोड़ दिया। मेरे साथ बहुत मारपीट की गई। वीडियो भी बनाई गई। मुझसे पैर भी पकड़वाए। बोल रहे थे कि तू हिंदू है। मुझे लगातार धमकी दे रहे हैं।’
वीडियो यूनिवर्सिटी का है, यह स्पष्ट नहीं – यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर वसीम अली का कहना है कि, ‘सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो की जानकारी मिली है। अभी यह कंफर्म नहीं हो रहा है कि यह वीडियो किस जगह का है, ये विवि का ही है, इसके सुबूत नहीं मिल पा रहे हैं। वीडियो हॉस्टल का है या यूनिवर्सिटी की किसी अन्य जगह का यह क्लीयर नहीं है। दूसरी बात यह है कि जो मारपीट कर रहे हैं, वह कौन लोग हैं, जिनके साथ मारपीट हो रही है वह कौन है, इन सबकी जानकारी लेने की कोशिश की जा रही है। अगर यह घटना एएमयू कैंपस की है। इसमें कैंपस का कोई छात्र शामिल है तो विवि के कानून के हिसाब से उस पर कार्रवाई की जाएगी।
फरमान और आकाश विवि के छात्र नहीं – पुलिस
मीडिया से अलीगढ़ सिविल लाइन सीओ अशोक कुमार का कहना है कि, ‘आकाश और राहुल उर्फ फरमान में विवाद हो गया था। उस विवाद को लेकर थाना क्वारसी में सूचना दी गई थी। थाना क्वार्सी की पुलिस दोनों को थाने ले गई थी। उस समय आकाश ने कोई तहरीर नहीं दी थी। शांति भंग के मद्देनजर राहुल उर्फ फरमान को 151 में जेल भेजा गया था। यदि आकाश द्वारा कोई तहरीर अब दी जाती है तो मामले में उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। राहुल और आकाश एएमयू के छात्र नहीं हैं।