चीन से जारी तनातनी पर जापान ने भारत का समर्थन किया है। भारत दौरे पर आए जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने कहा है कि स्वतंत्र और खुले हिंद प्रशांत महासागर को सुनिश्चित करने के लिए भारत अहम भागीदार है। उन्होंने कहा कि सीमा पर यथास्थिति बदलने को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वहीं भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जापान की वजह से भारत में क्रांति आ रही है। बता दें कि भारत जापान फोरम के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जापानी विदेश मंत्री भारत आए हैं।
नई दिल्ली में भारत-जापान फोरम के उद्घाटन सत्र में जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने कहा कि जी-20 अध्यक्षता को सफल बनाने के लिए जापान, भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए बहुत उत्सुक है। जापान ने कहा कि हिरोशिमा शिखर सम्मेलन में जी-7 देश इस बात पर सहमत हुए हैं कि बलपूर्वक यथास्थिति बदलने के प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
जापानी विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि एक जैसी सोच रखने वाले देशों जैसे भारत और जापान के लिए आतंकवाद से लड़ाई पहली प्राथमिकता है।वहीं भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया के सामने कई अहम चुनौतियां हैं जैसे परमाणु मिसाइल प्रसार और आतंकवाद। ये महत्वपूर्ण है कि हम इसकी तह तक जाएं और जो देश जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराएं। भारत और जापान एकसाथ हैं। एस जयशंकर ने कहा कि जापान भारत में क्रांति ला रहा है।