शुक्रवार को N.I.A. ने पुणे के डॉक्टर अदनान अली को गिरफ्तार किया। ये आतंकी संगठन ISIS के इशारे पर भारत में युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न करने की तैयारी कर रहा था. NIA ने अदनान को लेकर कई दावे किए हैं। ये डॉक्टर आतंकियों के इशारे पर भारत में गज़वा-ए-हिंद के षडयंत्र का एक प्रमुख पात्र हो सकता है, अदनान अली ISIS की साज़िश को अमली जामा पहनाने की योजना बना रहा था।
43 वर्षीय अदनान अली एनेस्थीसिया का स्पेशलिस्ट है। 16 वर्षों के अनुभवी डॉक्टर अदनान अली के बारे में किसी ने नहीं सोचा होगा कि ये कितने ख़तरनाक मंसूबे पाले हुए है। लोगों को शल्य चिकित्सा की पीड़ा से बचाने वाला आतंकी संगठन से मिलकर देश को कितना बड़ा दर्द देने की तैयारी कर रहा था। डॉक्टर अदनान अली सरकार इंग्लिश, हिंदी, मराठी, और जर्मन भाषाओं का जानकार है, ज़ाहिर है इस ज्ञान का इस्तेमाल भी वो ISIS के एजेंडे को अंजाम तक पहुंचाने के लिए कर रहा था.
ISIS के लिए स्लीपर सेल बनाने का काम: स्लीपर सेल यानी आतंकियों का वो दस्ता जो आम लोगों की तरह दिखता है। आम लोगों की तरह ज़िंदगी जीता है, उन्हीं के बीच रहता है लेकिन वास्तव में वो काम करता है आतंकियों के लिए। डॉ अदनान अली ऐसे ही स्लीपर सेल तैयार कर रहा था।
धर्म के नाम पर करता था युवाओं का ब्रेनवॉश: अदनान अली सरकार युवाओं को आतंकी बनाने के लिए सभी तरह के हथकंडे अपना रहा था। इसका लक्ष्य वो युवा होते थे जो आर्थिक रुपए से कमज़ोर थे, उन्हें पैसों का लालच देकर धर्म के नाम पर बरगलाया जाता था और फिर उन्हें आतंकवाद और देश द्रोह और आतंकवाद जैसे घृणित अपराध का हिस्सा बना दिया जाता था। NIA ने अपनी रिपोर्ट में ये भी दावा किया है कि अदनान अली 16 साल से डॉक्टर के पेशे के पीछे अपनी असली पहचान छिपा कर देश की एकता, अखंडता और स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर रहा था और सीधे भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रच रहा था। डॉ अदनान अली सरकार ISIS के उसी ‘महाराष्ट्र मॉड्यूल’ का सबसे अहम मोहरा था जिससे जुड़ी चार और गिरफ्तारियां NIA पहले भी कर चुकी है।