कोची- लापता पांच वर्षीय चांदनी का शव अलुवा में बाजार परिसर के पास पाया गया। बच्ची के परिजनों को एक संदिग्ध बोरा मिला जिसमें उसका शव पाया गया। कल से, बिहार की मूल निवासी चांदनी की तलाश चल रही थी, जो चूर्निककारा स्थित अपने घर से लापता हो गई थी। शव देखने के बाद कहा जा रहा है कि चांदनी की हत्या बहुत ही नृशंस तरीके से की गई। आगे की रिपोर्ट विस्तृत फोरेंसिक जांच के बाद ही उपलब्ध होगी।
गिरफ्तार अपराधी अशफाक आलम ने अपहृत बच्ची को पैसे के लिए दूसरे व्यक्ति को बेचने की बात स्वीकार की है। असफाक ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि उसने बच्ची को जाकिर हुसैन नाम के एक अन्य व्यक्ति को बेचा। यह डील उनके एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी। पुलिस ने असम के मूल निवासी अशफाक के दो साथियों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, अशफाक शराब के नशे में था। बिहार के एक प्रवासी दंपत्ति की बेटी, शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे लापता हो गई थी। पुलिस को असम के मूल निवासी अशफाक आलम का सीसीटीवी फुटेज मिला था, जो उनके घर की ऊपरी मंजिल पर किराए पर रहने आया था सीसीटीवी फुटेज में वो बच्ची की पिटाई करता दिख रहा था। पुलिस के अनुसार, स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने उसे बच्ची को ले जाते हुए देखा था। पहले उसने अपहरण के आरोप से इनकार किया, लेकिन सीसीटीवी फुटेज दिखाए जाने के बाद उसने अपनी षडयंत्र कबूल कर लिया। प्रवासी मजदूर रामधर के चार बच्चे हैं, चांदनी उनमें से दूसरे नंबर की थी। रामधर और उनकी पत्नी नीतू कुमारी शाम को काम से वापस लौटे तो चांदनी को घर पर नहीं पाया। इसके बाद उन्होंने अपने स्तर पर खोज बीन की लेकिन सफलता नहीं मिली, थक हार कर दम्पत्ति ने पुलिस का सहारा लिया। शिकायत दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की, और अंत में चांदनी का शव अलुवा बाजार के पास मिला। जानकारी के अनुसार चांदनी थाईक्कट्टुकारा स्कूल में पहली कक्षा की छात्रा थी। परिवार अच्छी मलयालम बोलता था और क्षेत्र के सभी पड़ोसियों के साथ उनके सम्बंध सौहार्दपूर्ण थे।