यूपी के आजमगढ़ में किशोरी से सामूहिक
दुष्कर्म (Gang Rape in Azamgarh) के बाद परिजन
रात में शिकायत करने कप्तानगंज थाने (Kaptanganj
Police Station) पहुंचे लेकिन हेड मोहर्रिर राहुल कुमार ने सुबह आने को कहा। इन
सबसे आहत होकर पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। इस मामले में अब हेड मोहर्रिर पर
कारर्वाई करते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में किशोरी शौच के लिए बाहर गई थी, गांव के ही दो युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया, घर आकर उसने ये बात अपनी मां और भाई को बताई दोनों रात में ही उसे लेकर कप्तानगंज थाने गए लेकिन वहां उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई, इससे आहत किशोरी ने आत्महत्या कर ली।
अपराधियों के खिलाफ सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति को पुलिस विभाग ही पलीता लगा रहा है
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिसिया कार्रवाई ना होने से दुखी होकर खुदकुशी कर ली। इस घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वहीं पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने आनन फानन में कड़ी कार्रवाई की और आरोपियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने के आदेश दे दिए। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही बरतने वाले कांस्टेबल के खिलाफ भी एफ.आई.आर. दर्ज कर उसे निलंबित करने के आदेश दिए। पुलिस की तरफ से अभी तक की कार्रवाई में नागेंद्र नाम का एक व्यक्ति गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
क्या है ये पूरा मामला
ये वाकया आजमगढ़ के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव का है. यहां एक किशोरी के साथ दरिंदों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। रोती बिलखती पीड़िता अपने परिजनों के साथ तत्काल इस वारदात की शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पर पहुंची। लेकिन वहां तैनात कॉन्स्टेबल ने पीड़िता और उसके परिजनों को सुबह आने को कहा और थाने से वापस कर दिया। इसी बात से क्षुब्द होकर दुष्कर्म पीड़िता ने खुदकुशी कर ली।
लापरवाह कांस्टेबल निलंबित
रेप पीड़िता की खुदकुशी की खबर पूरे पुलिस महकमे में तेजी से फैली। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य तुरंत एक्शन में आए। उन्होेंने बताया कि 29 जुलाई की रात करीब 10:30 बजे पीड़िता के परिजनों ने वारदात की मौखिक सूचना कप्तानगंज थाने पर मौजूद कॉन्स्टेबल को सूचना दी थी।