आगरा में जून महीने में पांच साल की मासूम बच्ची को आवारा कुत्तों ने
नोंच-नोंचकर मार डाला था। उसका पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने मौत का कारण पानी
में डूबना बताया था। इसको लेकर परिजनों ने सवाल उठाए, तो चिकित्सकों के एक
पैनल की जांच में सामने आया कि पुरानी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदली गई। अब चिकित्सा
अधिकारी ने लापरवाही करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट
भेजी है।
गांव कुई कुंवरगढ़ में रहने
वाले सुग्रीव सिंह की पांच वर्षीय पुत्री कंचन अपनी बड़ी बहन रश्मि के साथ 12 जून की दोपहर घर के पास खेल रही
थी। तभी कुत्तों ने दोनों बहनों को नोंच डाला था। इसमें कंचन की मृत्यु हो गई, जबकि रश्मि गंभीर रूप से घायल
हुई थी। बालिका के शव का पोस्टमॉर्टम करने वाले चिकित्सक धर्मवीर सिंह ने मृत्यु
का कारण पानी में डूबना बताया था। पिता सुग्रीव सिंह ने 19 जून को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर
सवाल उठाते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत की थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी
ने चिकित्सकों के पैनल से जांच कराई थी। जांच में पाया गया कि फोटो में मृतका के शरीर पर घाव दिख रहे हैं, लेकिन रिपोर्ट में चिकित्सक ने
चोटों का विवरण नहीं दिया। चिकित्सक ने बयान में मृतका के शरीर पर गीली मिट्टी और
मुंह में झाग का उल्लेख किया है। जबकि मृतका के फोटोग्राफ में शरीर पर मिट्टी और
झाग नहीं दिख रहा है। वहीं श्वास नली में किसी भी प्रकार के बाहरी पदार्थ की
उपस्थिति नहीं दर्शाई गई, जबकि
डूबने से हुई मौत में यह पाया जाता है। इस जांच से साफ हुआ कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
बदलकर पुलिस को दी गई थी। जांच के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लापरवाही करने
वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी है।