अवध में खासी राजनीतिक पैठ रखने वाले भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें कम होने के नाम नहीं ले रही हैं। महिला पहलवानों के आरोपों में घिरे कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर NGT ने शिकंजा कसा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने कैसेरगंज के सांसद द्वारा अवैध बालू खनन, ओवरलोडेड ट्रकों को अवैध रूप से चलवाने के आरोपों की जांच के लिए जॉइन्ट कमेटी को आदेश दे दिया है। वहीं कमेटी को 7 नवंबर तक रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
MOEF, CPCB व प्रदूषण विभाग के अधिकारी करेंगे जांच
कथित अवैध बालू खनन व ओवरलोडेड ट्रकों को अवैध रूप से चलवाने के कारण होने वाली पर्यावरणीय क्षति के मामले की जांच वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, भारत सरकार (MOEF), केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB), राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जॉइन्ट कमेटी जांच करेगी। NGT ने निर्देश दिया है कि कमेटी एक हफ्ते के भीतर उस जगह का दौरा करेगी जहां अवैध खनन हो रहा है।
नवंबर तक आएगी रिपोर्ट
बता दें की गोंडा के नवाबगंज ब्लॉक में जहां बृजभूषण सिंह का निज निवास है वहाँ आस पास के क्षेत्रों में धड़ल्ले से बालू खनन होता है। इसके लिए लाइसेंस तो निर्गत है पर खनन की तय सीमा से ज्यादा बालू खनन यहाँ कराया जाता है। इसका आरोप बृजभूषण सिंह के साथ-साथ खास प्रभावशाली जन नेताओं और उनके गुर्गों पर लगता आया है। अब NGT के पास शिकायत पहुंची की अवैध रेत खनन, ओवरलोडेड ट्रकों के चलने से परिवहन और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। जिसके बाद NGT ने अवैध खनन, 700 ट्रकों के परिवहन पर रोक लगा दी।
अवैध खनन के चलते सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान
NGT को शिकायत मिली की यहाँ तीन गांवों में अवैध खनन हो रहा है और यहां से निकाले जा रहे खनिज अवैध रूप से बेचे जा रहे हैं। इसके अलावा खनन के चलते सड़क और पुल को भी नुकसान पहुंचा है। शिकायत मिलने के बाद NGT ने वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, भारत सरकार (MOEF), केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB), राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और गोंडा की जिलाधिकार को संयुक्त जांच के आदेश दिए है। जिसकी रिपोर्ट नवंबर पेश करने के भी निर्देश हैं।