जनपद में गुलदार के आतंक से जनजीवन इस कदर प्रभावित है कि ग्रामीण, किसान, खेतों पर काम करने जाने से भयभीत हैं। वहीे स्कूल, में जाने वाले बच्चों को लेकर भी शिक्षा विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है कि गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में पड़ने वाले स्कूलों का सुरक्षित स्थानों पर परिवर्तन कर लें तथा बच्चों की पूरी जिम्मेदारी शिक्षक की होगी ।
बिजनौर जनपद में गुलदार के आतंक की गूंज लखनऊ तक पहुंच चुकी है । मुख्य वन संरक्षक सुधीर शर्मा ने गुलदार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालातों का जायजा लिया । मुख्य वन संरक्षक से किसान यूनियन के प्रतिनिधियों ने भी मुलाकात की तथा स्पष्ट कह दिया कि गुलदार पकड़े अथवा उनको मारा जायें ऐसा नही होने पर हम अपने बचाव में गुलदार को मारने के लिए स्वतंत्र है ।
गौरतलब है कि पिछले छः माह में १३ ग्रामीणों को गुलदार मार चुके हैं जिससे किसानों व ग्रामीणों में काफी भय तथा प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है । जनपद के कई दर्जन गांव में गुलदार की दहशत बनी हुई है जिनमें कोतवाली देहात के गांव शाहजहांपुर रोशन पित्तनहेडी़ , मखवाडा़ मदनपुर, रतनपुर ,हाजीपुर, दयालपुर, अल्लाह हेड़ी, सिकंदरपुर ,अलीपुर जट, तेलीपुरा ,जलालपुर, बीजेहेडी़ ,झिलमिला, गड़ी, गांवड़ी अकराबाद, बेगमपुर धनोरी कुंवर ,राजोपुर सादात ,शिवपुरी दौलताबाद कुतुबपुर नंगली सुरानगंली ,अम्मान नगर, सिकंदरपुर बसी आदि है ।
वन विभाग ग्रामीणों को सुरक्षित रहने के लिए जागरूक अभियान चलाए हुए हैं जिसमें अकेले न जाने शाम से पहले घर लौटने ग्रुप बनाकर काम करने साथ में लाठी रखने आदि बातें बताई जा रही हैं ।
इसके अलावा विभाग ने लगातार हो रही घटनाओं को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए तीन टीमें नगीना नजीबाबाद तथा धामपुर तहसीलों में अलग-अलग की है ।
नगीना के लिए वनरक्षक एवं क्षेत्रीय निदेशक बरेली विजय सिंह तथा डीएफओ हाथरस सीपी सिंह की टीम बनी है, नजीबाबाद के लिए वन संरक्षक अलीगढ़ राकेश चंद्रा तथा डीएफओ हापुड़ संजय मल की टीम बनाई गई है । इसी प्रकार धामपुर क्षेत्र के लिए बनी तीसरी टीम में क्षेत्रीय निदेशक मुरादाबाद रमेश चंद्रा एवं प्रभागीय निदेशक बागपत हेमंत सेठ शामिल हैं ।