हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा में सबसे ज्यादा संख्या में शामिल होने
वाले रोहिंग्या मुसलमानों पर सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। रोहिंग्याओं की बात
करें तो केवल नूंह ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी इनका जाल फैल
चुका है। यहां चौंकाने वाली बात ये निकल के आई है कि पीएफआई इन रोहिंग्या
मुसलमानों को एक योजना के तहत हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी यूपी में भेज रहा है।
सूत्रों के मुताबिक बीते दिनों यूपी में हुई पीएफआई आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद
पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि प्रतिबंधित संगठन पीएफआई देश में माहौल खराब करने
के लिए यूपी के पश्चिमी इलाकों के संवेदनशील जिलों में रोहिंग्या मुसलमानों की एक
बड़ी खेप भेज चुका है। इतना ही नहीं इन इलाकों में अभी और रोहिंग्या मुसलमानों को
भेजा जा रहा है। इसको देखते हुए यूपी एटीएस ने अभी हाल फिलहाल में पश्चिमी यूपी के
6 जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की कार्रवाई की थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएफआई ने यूपी में अपने गजवा ए
हिंद मिशन को पूरा करने के लिए एक बड़ा प्लान तैयार किया था। पीएफआई भारत में गृह
युद्ध की स्थिति उत्पन्न करना चाह रहा था, जिसके लिए उसने बांग्लादेशी रोहिंग्या
मुस्लिमों की एक बड़ी फौज तैयार की थी। बीते महीने अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किए
गए पीएफआई आतंकियों ने यूपी एटीएस की पूछताछ में यह कबूल किया था कि उन्होंने
रोहिंग्याओं को ऐसी बस्तियों में बसाया है, जहां मिली-जुली आबादी रहती है। उनका
मकसद धीरे-धीरे हिंदू मुसलमान के बीच खाई पैदा करके छोटे से विवाद को बड़ी हिंसा
में बदलना था। हरियाणा पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि नूंह हिंसा में
रोहिंग्या मुसलमानों ने सबसे ज्यादा उत्पात मचाया था। इतना ही नहीं इन रोहिंग्याओं
ने हिंसा को भड़काया भी था। ऐसे में अब यूपी एटीएस और भी सतर्क हो गई है।