लखनऊ से अयोध्या के बीच रामभक्तों की राह आसान करने के लिए NHAI करीब 446 करोड़ रुपए खर्च करेगा। हाइवे पर यात्रा सुगम होने के साथ ही राममंदिर की झलक भी देखने को मिलेगी। इसके लिए कई जगहों पर अयोध्या के ऐतिहासिक महत्व और राममंदिर से जुड़े प्रतीक लगाए जाएंगे।
NHAI के अधिकारियों का कहना है कि इसी महीने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर सितंबर में काम शुरू कराने की तैयारी है।
लखनऊ-अयोध्या के बीच 113 किमी लंबे फोर लेन हाइवे को नए सिरे से बनाने के साथ-साथ डिवाइडर और साइड पटरी को भी ठीक किया जाएगा। लखनऊ से अयोध्या के बीच विशेष रूप से तैयार साइनेज भी लगाए जाएंगे। अयोध्या के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए राममंदिर से जुड़े प्रतीकों के माध्यम से उसकी झलक दिखाई जाएगी। NHAI अधिकारियों का कहना है कि नवनिर्मित राममंदिर परिसर में भगवान रामलला के दर्शन शुरू होने से पहले ही हाइवे को ठीक करा लिया जाएगा। इसके लिए लिए पूरे काम को दो भागों में बांटा गया है।
फेज़ वन का काम लखनऊ से अयोध्या के बीच 60 किमी का और फेज़ 2 का काम 53 किमी का है। इसके लिए दो कंपनियों को ठेका दिया जाएगा। इस काम को पूरा करने के लिए अधिकतम छह महीने दिए जाएंगे। हाइवे सही होने के बाद लखनऊ के मटियारी से अयोध्या बाईपास को जोड़ने का काम होगा। अयोध्या बाईपास को सिक्स लेन बनाने का काम NHAI पहले ही शुरू करा चुका है। जिन कंपनियों को हाइवे सुधार का काम दिया जाएगा, उनको अगले पांच साल तक मेंटिनेंस भी देखना होगा। यह उनके काम करने की शर्त में शामिल होगा। इस काम को तेजी से पूरा कराने के लिए अलग से इंजीनियर्स की टीम तैनात की जाएगी।